गणतंत्र दिवस पर खैरागढ़ संगीत विवि में देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों का गरिमापूर्ण आयोजन

गणतंत्र दिवस पर खैरागढ़ संगीत विवि में देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों का गरिमापूर्ण आयोजन
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राज्यगीत 'अरपा पैरी के धार... ' की संगीतमयी प्रस्तुति हुई। इस अवसर पर प्रो डॉ नमन दत्त के निर्देशन में छात्र-छात्राओं के द्वारा राष्ट्रभक्तिपरक गीत 'जागो भारत के स्वाभिमान... ' विशेष प्रस्तुति भी दी गयी। पढ़िए और क्या-क्या हुआ...

खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस बुधवार, 26 जनवरी 2022 को विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में मनाया गया। इस अवसर पर कुलपति पद्मश्री ममता (मोक्षदा) चंद्राकर ने ध्वजारोहण किया। इसके पश्चात समस्त शिक्षकों, संगीतकारों और कर्मचारियों ने राष्ट्रगान गाया।

तत्पश्चात कुलसचिव प्रो. आईडी तिवारी, शिक्षक संघ की ओर से प्रो. नीता गहरवार, संगतकार संघ की ओर से पृथ्वीराज कुमार, कर्मचारी संघ की ओर से प्रखर शरण सिंह, विद्यार्थी प्रतिनिधि भक्ति बिसेन और अजय सोनी ने कुलपति महोदया का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। इस अवसर पर कुलपति महोदया ने अपने उद्बोधन में संविधान निर्मात्री समिति के समस्त सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सभी को भारतवर्ष के गणतंत्र की 73 वीं बधाई और शुभकामनाएं व्यक्त की। उन्होंने इंदिरा कला विश्वविद्यालय के उन विभूतियों का भी स्मरण किया, जिनकी बदौलत यह विश्वविद्यालय स्थापना काल से लेकर आज पर्यन्त अपनी विशिष्टता के लिए प्रतिष्ठित है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय सांस्कृतिक विरासत का न केवल संग्रहण और सरंक्षण कर रहा है, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी उसका हस्तांतरण भी कर रहा है।

उद्बोधन के उपरांत राज्यगीत 'अरपा पैरी के धार... ' की संगीतमयी प्रस्तुति हुई। इस अवसर पर प्रो डॉ नमन दत्त के निर्देशन में छात्र-छात्राओं के द्वारा राष्ट्रभक्तिपरक गीत 'जागो भारत के स्वाभिमान... ' विशेष प्रस्तुति भी दी गयी। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में पलक गुप्ता, स्वाति शर्मा, सुप्रिया सलोनी, प्रण्या सक्सेना, अंजली जादौन, विनोद उपाध्याय, सुजीत मिश्रा, श्रेयस नेमाड, रजनीकांत झा, विशाल यादव, विवेक कुमार, दुष्यंत यादव, भुवनेश्वर यादव, राजकुमारी पांथोई, किशन गवेल, रोहन मालवीया, श्रद्धा, बिरनवार आदि कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। गीत 'जागो भारत के स्वाभिमान... ' में राजहंस की शब्दरचना पर डॉ. नमन दत्त की स्वर रचना थी, पूर्व संगीत ताल संयोजन डॉ. हरिओम हरी का था, वहीँ दल संयोजन विवेक कुमार ने किया। इस अवसर पर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा प्रकाशित विभागीय शोध जर्नल 'कला वैभव' का विमोचन भी कुलपति पद्मश्री ममता (मोक्षदा) चंद्राकर के कर कमलों से किया गया। इसके प्रधान सम्पादक डॉ. मंगलानन्द झा हैं। कार्यक्रम का संचालन प्रो. डॉ. राजन यादव ने किया।


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