CG News : महानिदेशक और कोल इंडिया के चेयरमैन गेवरा खदान का निरिक्षण करने पहुंचे, क्या अब खदानों का भविष्य बदलेगा...

उमेश यादव/कोरबा- एशिया की सबसे बड़ी एसईसीएल की गेवरा खदान का निरिक्षण करने के लिए वन महानिदेशक चंद्रप्रकाश गोयल और कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद कोरबा के गेवरा क्षेत्र पहुंचे। खदानों का निरिक्षण करने से पहले उन्होंने गेवरा जीएम कार्यालय में कुछ देर आराम किया, इसके बाद खदानों की तरफ निकल गए। इससे पहले उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए एसईसीएल की परियोजना की वन क्षेत्रों में हो रहे विस्तारीकरण की बात कही, वहीं भू-विस्थापितों के विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहा...
बता दें, कोरबा जिले में एसईसीएल की खदानों का भविष्य क्या होगा, यहां की खदानों की उम्र कितनी होगी और भविष्य में खदानों का विस्तार कितना होगा, इन्हीं कुछ विषयों पर विस्तार से जानकारी लेने और खदानों के लिए भू-अधिग्रहण के विषय पर विभागीय अधिकारियों से चर्चा करने की मंशा से वन महानिदेशक चंद्रप्रकाश गोयल और कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद कोरबा के गेवरा क्षेत्र में पहुंचे।
लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं...
वन महानिदेशक से चर्चा के दौरान भू-विस्थापितों के संबंध में सवाल किया तो पता चला कि, भू-विस्थापित अपने हक के लिए काफी लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, भू-विस्थापितों की समस्या उनके कार्य क्षेत्र की समस्या नहीं है। इसके बाद कहा कि, विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर वे इस समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होगी...
वन महानिदेशक का कोरबा दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनके दौरे से कई परियोजनाओं के लिए लंबित जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। जिनमें गेवरा, कुसमुंडा और दीपका परियोजनाएं शामिल हैं। बहराहल वे खदान का निरिक्षण कर रहे हैं। जिसके बाद ही पता चल पाएगा कि उनके दौरे के क्या परिणाम निकलकर सामने आते हैं।
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