चंदा विधायक के नाम, भुगतान निगम से : विधायक महोदय ने गणेश समितियों के नाम काट दी लाखों की रसीद, लिखा पैसे निगम कमिश्नर से लें...

चंदा विधायक के नाम, भुगतान निगम से : विधायक महोदय ने गणेश समितियों के नाम काट दी लाखों की रसीद, लिखा पैसे निगम कमिश्नर से लें...
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गणेश पूजा समितियों ने जब चंदा मांगा तो उन्होंने बाकायदा रसीद कटवाई और रसीद के पीछे उन्होंने कमिश्नर लिखकर अपना सील और हस्ताक्षर कर समितियों को निगम कार्यालय जाकर चंदा लेने को कह दिया। अब उनकी रसीद सोशल मीडिया में घूम रही है... लोग क्या-क्या कह रहे हैं... पढ़िए...

रविकान्त सिंह राजपूत-मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय जायसवाल का गणेश पूजा के लिए दिया गया चंदा पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। मनेंद्रगढ़ विधायक से चिरमिरी क्षेत्र के गणेश पूजा समितियों ने जब चंदा मांगा तो उन्होंने बाकायदा रसीद कटवाई और रसीद के पीछे उन्होंने कमिश्नर लिखकर अपना सील और हस्ताक्षर कर समितियों को निगम कार्यालय जाकर चंदा लेने को कह दिया। विधायक ने इस तरह ही लाखों रुपये की रसीद कटवाई है और सभी को निगम कमिश्नर से चंदा लेने के लिए रसीद के पीछे सील लगाकर हस्ताक्षर करके भेज दिया। अब इस मामले को कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके यह सवाल उठाया है कि निगम के अंतर्गत कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को कई माह से वेतन नहीं मिल रहा है, वहीं विधायक महोदय गणेश पूजा का चंदा निगम से भुगतान करवा रहें हैं।

विधायक की पत्नी हैं महापौर

आपको बता दें कि मनेंद्रगढ़ विधायक की धर्मपत्नी कंचन जायसवाल चिरमिरी नगर निगम की महापौर हैं और इस तरह उनका निगम पर कब्जा है। इसलिए विधायक महोदय अधिकार से कमिश्नर से चंदे का भुगतान करवा रहे हैं। वैसे सोशल मीडिया पर मुद्दा उठाने वाले ने भी सही आरोप लगाया है कि जनता के कर से जनता की भलाई के लिए जनता की सुविधाओं के लिए निगम द्वारा खर्च की जाने वाली राशि चंदे में क्यों दे दी जा रही है? वहीं निगम के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों का विधायक महोदय इसी तरह भुगतान हस्ताक्षर से और सील लगाकर क्यों नहीं करवा देते हैं।

पत्रकारों को बांट दी थी स्वेछानुदान कि राशि

वैसे मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल कई बार अपनी मनमानी करते आये हैं। उन्होंने इसी तरह एक बार विधायक निधि की राशि पत्रकारों को बांट दी थी। जिसे कुछ पत्रकारों ने यह कहकर लौटा दिया था कि, विधायक निधि का पैसा जनता की जरूरत और उनकी कठिन समय में मदद के लिए उपयोग करने के लिए होना चाहिए। इस तरह पत्रकारों को बांटने के लिए नहीं।

नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल

वहीं निगम में नेता प्रतिपक्ष संतोष सिंह ने कहा है कि इस तरह से चंदे का भुगतान करना गलत है। निगम के पास वेतन देने को पैसे नहीं हैं और विधायक चंदे की रशीद के पीछे कमिश्नर लिखकर राशि और अपना हस्ताक्षर सील लगाकर दे रहे हैं। कमिश्नर आखिर किस मद से गणेश पूजा का चंदा दे रहे हैं। यह उन्हें बताना चाहिए।


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