Haribhoomi-Inh Exclusive: जब प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने अमित जोगी की मां से पूछा - अचानक ऋचा जोगी को जाति प्रमाण पत्र बनाने की क्या जरूरत पड़ गई, देखें पूरी चर्चा

Haribhoomi-Inh Exclusive: जब प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने अमित जोगी की मां से पूछा - अचानक ऋचा जोगी को जाति प्रमाण पत्र बनाने की क्या जरूरत पड़ गई, देखें पूरी चर्चा
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Haribhoomi-Inh Exclusive: प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने जोगी, जाति और जंजाल चर्चा में मरवाही में होने वाले उपचुनाव की चर्चा की। इस दौरान चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी डॉ रेणु जोगी भी शामिल हुई।

Haribhoomi-Inh Exclusive: छत्तीसगढ़ के मरवाही विधानसभा सीट की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इस विधानसभा सीट पर 2001 से ही जोगी परिवार का दबदबा रहा है। लेकिन 1986 से अजीत जोगी की जाति पर उठे सवालों ने कभी भी उनका पीछा नहीं छोड़ा। अजीत जोगी के निधन के बाद ऐसा माना जा रहा था कि जाति के विषयों पर अब विवाद कम हो सकता है। लेकिन उनके बेटे अमित जोगी को भी इससे कभी राहत नहीं मिल पाई। अब ये सवाल उस वक्त एक बार फिर तेजी से उठ खड़े हुए जब अजीत जोगी की बहू ऋचा जोगी ने 17 जून को अपना जाति प्रमाण पत्र बनवाया। ये प्रमाण पत्र अनुसूचित जनजाति के अंतर्गत बनवाया गया। इस मामले में बीजेपी नेता संत कुमार नेताम (Sant Kumar Netam) ने 18 बिंदुओं पर आपत्ति जताते हुए इस प्रमाणपत्र को रद्द करने की भी मांग की है।

इन्हीं मुद्दों पर बात करते हुए जोगी, जाति और जंजाल चर्चा में प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने कई सवाल उठाए। इस दौरान प्रधान संपादक महोदय के साथ इस चर्चा में छत्तीसगढ़ विधानसभा के विपक्ष के बीजेपी नेता धरमलाल कौशिक, छत्तीसगढ़ के मंत्री जयसिंह अग्रवाल, जेसीसीजे विधायक और अजीत जोगी की पत्नी डॉ रेणु जोगी और दैनिक भाष्कर के एडिटर शिव दूबे शामिल हुए। इस चर्चा की सबसे खास बात ये रही कि इसमें अमित जोगी की मां डॉ रेणु जोगी भी शामिल हुई। प्रधान संपादक महोदय ने इस दौरान उनसे सीधा सवाल किया और ये जानने की कोशिश की कि आखिर ऋचा जोगी को रातोंरात जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने की क्या आवश्यकता पड़ गई?

रेणू जोगी ने बताया कारण

प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी ने इस चर्चा के दौरान डॉ रेणु जोगी से कई ऐसे सवाल किए, जिसका जवाब आज पूरा छत्तीसगढ़ जानना चाहता है। इस दौरान प्रधान संपादक महोदय ने ये भी पूछा कि क्या जोगी परिवार के मन में अमित जोगी को प्रत्याशी बनाए जाने के मामले में कोई संशय है? क्योंकि अगर ऐसा नहीं है तो फिर ऋचा जोगी को प्रत्याशी बनाने के लिए जोगी परिवार क्यों आगे आया है? जोगी परिवार के इस गतिविधि से ये तो स्पष्ट हो रहा है कि अगर अमित जोगी को प्रत्याशी नहीं बनाया जाता है, तो ऋचा जोगी उनके विकल्प के तौर पर प्रत्याशी बनाई जाएंगी। प्रधान संपादक महोदय के सीधे एवं तीखे सवालों पर डॉ रेणु जोगी का जवाब काफी महत्वपूर्ण माना जा सकता है। क्योंकि इन जवाबों पर छत्तीसगढ़ की राजनीति में उठ रहे कई सवालों के जवाब भी निहित हो सकते हैं। हालांकि इन जवाबों के लिए आपको इस चर्चा को देखना चाहिए। प्रधान संपादक डॉ हिमांशु द्विवेदी के साथ इस चर्चा से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए वीडियो को अवश्य देखें।


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