30 जून से बढ़ा दी गई ई-केवाईसी के लिए समय सीमा, राशन दुकानों में धीमी गति से चल रहा कार्य

Raipur News : राशन दुकानों के कार्डधारकों के सभी सदस्यों का ई-केवाईसी का कार्य जिले में काफी धीमी गति से चल रहा है। जून माह में करीब ढाई लाख के करीब ही सदस्यों का ई-केवाईसी हो पाया है, जबकि जिले में 21 लाख से अधिक सदस्यों का ई-केवाईसी होना है। जिला प्रशासन ने ई-केवाईसी के काम में तेजी लाने के लिए राशन दुकान संचालकों को 30 जून तक काम पूरा करने अल्टीमेटम दिया था, लेकिन जिस तरह से जिले में ई-केवाईसी का काम चल रहा है, उसे देखकर संभावना जताई जा रही है कि जुलाई अंत तक भी शत-प्रतिशत सदस्यों का ई-केवाईसी का काम पूरा नहीं हो पाएगा।
शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा ई-केवाईसी
जिले के शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों के राशन दुकानों में ई-केवाईसी का काम जून माह के दूसरे सप्ताह से ही शुरू कर दिया गया, वहीं शहरी इलाकों की कुछेक दुकानों में 15 जून से तथा अन्य दुकानों में 20 जून से ई-केवाईसी का कार्य शुरू किया गया। इसके कारण रायपुर नगर निगम क्षेत्र में एक लाख से भी कम सदस्यों का ई-केवाईसी हो पाया है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में डेढ़ लाख से अधिक सदस्यों का हो गया है।
18 लाख से अधिक सदस्य अभी भी बाकी
कलेक्टर के आदेश के बाद जिले की समस्त राशन दुकानों में ई-केवाईसी के काम में जरूर तेजी आई है। इसके कारण शहर की राशन दुकानों पर बारिश के बीच भी ई-केवाईसी कराने वाले सदस्यों की भारी भीड़ देखी जा रही थी, लेकिन ई-केवाईसी कराने की अवधि बढ़ने के बाद एक बार फिर इसकी तेजी में गिरावट आई है। हितग्राहियों के पास महीनेभर का समय है और दुकानों में भीड़ ज्यादा है, जब कम होगी, उसके बाद जाएंगे, यह सोच ज्यादातर सदस्यों की है। इस कारण राशन दुकानों में फिर ई-केवाईसी कराने वालों की भीड़ कम देखी जा रही है, जबकि अभी भी जिलेभर में 18 लाख से अधिक सदस्यों का ई-केवाईसी होना है।
नई राशन दुकानें खुलने में अभी भी समय
इधर शहर में 110 नई राशन दुकानें भी खुल नहीं पा रही हैं। ये दुकानें खुल जातीं तो शहर में ई-केवाईसी के कार्य में और तेजी आ सकती थी, लेकिन विभाग की लचर व्यवस्था के कारण ये दुकानें अब तक खुल नहीं पाई हैं। नई दुकानों में से 98 दुकानों के अनुबंध की प्रक्रिया दो महीने पहले ही पूरी हो चुकी है। इसके बाद इन दुकानों को ई-पॉस मशीनें भी बांट दी गई हैं, वहीं दुकानों के लिए अब इलेक्ट्रिक डिजिटल तौल मशीनों की खेप भी पहुंच गई है। ई-पॉस मशीन से ब्लूटूथ से कनेक्ट होने वाली इन तौल मशीनों को सेट करने के बाद इन्हें भी दुकानों को वितरित कर दिया जाएगा। इसके बाद भी दुकानें खुल पाएंगी, ऐसी उम्मीद कम है, क्योंकि नई दुकानों के खुलने से पहले पंजीकृत कार्डों का बंटवारा अभी तक नहीं हो पाया है।
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