Education : कैसे होगी छात्र सुरक्षा? 100 मीटर का दायरा छोड़िए... यहां कैंपस भीतर ही बिक रहे नशीले पदार्थ

- शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में पान, गुटखा, तंबाकू आदि है प्रतिबंधित
- यहां होती है अड्डेबाजी, बीते दिनों 11वीं के छात्र को कोचिंग के बाहर दौड़ा-दौड़ाकर मारा गया था चाकू
रायपुर। विद्यालय-महाविद्यालय (school-college)की चारदीवारी में छात्र (Students)भले ही सुरक्षित हो, लेकिन इससे बाहर निकलते ही दो कदम की दूरी पर ही उन्हें खतरा घेर लेता है। नियमतः शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में किसी भी तरह की नशीली वस्तुएं, पान, गुटखा, तंबाकू आदि पर प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन शहर में कई ऐसे शैक्षणिक संस्थान हैं, जहां मुख्य द्वार से बाहर निकलते ही ठेले-गुमटियों में इनकी बिक्री होती दिख जाएगी। जहां कहीं भी इन सामग्री की बिक्री होती है, वहां असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। और मारपीट, गुंडागगर्दी की स्थिति आए दिन निर्मित होते रहती है।
इस सप्ताह की शुरुआत में टैगोर नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर से लौट रहे 11वीं कक्षा के छात्रों को कुछ असमाजिक तत्वों ने दौड़ा-दौड़ाकर चाकू मारा। यह स्थिति केवल कोचिंग सेंटर ही नहीं, बल्कि स्कूल-कॉलेज के बाहर भी है। छात्र इनसे परेशान हैं, लेकिन खौफ इतना है कि वे किसी से शिकायत भी नहीं करते। वहीं जिम्मेदार भी इस पर संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझ रहे हैं।
केस - 1
पं. रविशंकर शुक्ल विवि के मुख्य द्वार से 100 मीटर के दायरे में भी आपको आसानी से तंबाकू युक्त नशीली चीजें मिल जाएंगी। मुख्य द्वार से भीतर प्रवेश करने के बाद रेलवे आरक्षण केंद्र के पास भी इनकी बिक्री होती नजर आई। यह कैंपस के भीतर ही है।
केस - 2
शासकीय प्राथमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, विवि परिसर के भीतर स्थित शासकीय विद्यालय के सामने असमाजिक तत्वों का जमावाड़ा लगा रहा। उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नजर नहीं आया। अंदर मासूम बच्चे पढ़ाई करते रहे।
केस - 3
शासकीय विद्यालय देवपुरी में स्कूल के बाउंड्रीवॉल से ही सटाकर ठेला लगा दिया गया है। यहां पान, गुटखा, तंबाकू से लेकर सिगरेट-बिड़ी सबकुछ मिल जाएगा। इसके चलते जो माहौल यहां निर्मित होता है, उससे छात्र दिनभर खतरे में घिरे रहते हैं।
केस - 4
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला संजय नगर में भी बाउंड्रीवॉल से सटाकर ही ठेला लगाया है। यहां छुट्टी के वक्त शाम के दौरान पान- गुटखे की खरीदीर करते हुए लोग मिल जाएंगे।
निगम देता है लाइसेंस
रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती ने कहा कि, ठेले और गुमटियों को लायसेंस निगम द्वारा दिया जाता है। यदि किसी स्कूल के समक्ष इस तरह की समस्या है तो संबंधित विभाग से संपर्क कर स्थिति सुधारेंगे।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS