Education : रविवि का उच्च शिक्षा विभाग को खत- हम पिछड़ गए, पूरक परीक्षाओं का क्या करें

Education : रविवि का उच्च शिक्षा विभाग को खत- हम पिछड़ गए, पूरक परीक्षाओं का क्या करें
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पं. रविशंकर शुक्ल विवि (Pt. Ravi Shankar Shukla University)ने अपने खत में कहा है कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष स्नातक स्तर की पूरक परीक्षा अगस्त-सितंबर माह में आयोजित की जाती है। उक्त परीक्षा का परिणाम माह अक्टूबर तक घोषित किया जाता है। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। पूरक परीक्षाओं में हो रहे विलंब के कारण ना केवल छात्र बल्कि महाविद्यालय और विश्वविद्यालय प्रबंधन भी चिंता में पड़ गए हैं। अकादमिक कलैंडर में पिछड़ने के कारण रविवि द्वारा उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department.) को खत लिखा गया है। रविवि ने पूरक परीक्षाओं के आयोजन के संदर्भ में अंतः मार्गदर्शन मांगा है। पं. रविशंकर शुक्ल विवि (Pt. Ravi Shankar Shukla University)ने अपने खत में कहा है कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष स्नातक स्तर की पूरक परीक्षा अगस्त-सितंबर माह में आयोजित की जाती है। उक्त परीक्षा का परिणाम माह अक्टूबर तक घोषित किया जाता है। इस वर्ष विश्वविद्यालय में पूरक परीक्षा का आयोजन नहीं हो पाया है। विश्वविद्यालय कार्यपरिषद द्वारा दो विषयों में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को पूरक की पात्रता के लिए अध्यादेश में आवश्यकतानुसार संशोधन कर उच्च शिक्षा विभाग को आदेश के लिए प्रेषित किया जा चुका है, लेकिन इस संबंध में कोई आदेश नहीं होने के कारण विवि द्वारा आयोजित होने वाली पूरक परीक्षा में विलंब होने के कारण अकादमिक कैलेंडर पिछड़ रहा है।

इसलिए भी चिंता

रविवि द्वारा दिसंबर माह में सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इसके लिए फॉर्म भरने सहित अन्य प्रक्रिया अगले माह से शुरू हो जाएंगी। रविवि अब तक पूरक परीक्षाएं ही आयोजित नहीं कर सका है। कुछ दिन और विलंब होने की स्थिति में रविवि को पूरक तथा सेमेस्टर परीक्षाओं की तैयारी एक साथ करनी होगी। दोनों परीक्षाओं का आयोजन एक साथ करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना रविवि को करना पड़ेगा । पर्चे एक साथ होंगे तो मूल्यांकन कार्य भी क साथ होगा। इस स्थिति में पूरक तथा सेमेस्टर दोनों के ही परिणाम में देर होगी ।

नहीं बना सके समय-सारिणी

नियमों में बदलाव के पूर्व रविवि द्वारा एक विषय की पूरक परीक्षाएं 22 अगस्त से लिए जाने की तैयारी थी। उच्च शिक्षा विभाग से आदेश का इंतजार करते-करते दो माह गुजर गए। इसके कारण रविवि अब तक नवीन समय-सारिणी भी तैयार नहीं कर सका है। रविवि सहित प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय मिलाकर 72 हजार छात्र ऐसे हैं, जिन्हें नए नियम से फायदा पहुंचेगा । कोई अधिसूचना प्राप्त नहीं होने के कारण छात्र भी प्रतिदिन महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों का चक्कर जानकारी प्राप्त करने के लिए लगा रहे हैं।

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