Education : बगैर मान्यता खोल दिए स्कूल, बेच रहे थे कॉपी-किताब और यूनिफॉर्म

Education : बगैर मान्यता खोल दिए स्कूल, बेच रहे थे कॉपी-किताब और यूनिफॉर्म
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इस स्कूल की दो शाखाएं अमलीडीह और सरोना में हैं। दोनों ही बगैर मान्यता संचालित हो रहे थे। नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक का संचालन यहां हो रहा था। जानकारी मिलने पर जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा यहां जांच की गई। पढ़िए पूरी खबर ...

रायपुर। जिला शिक्षा कार्यालय (District Education Office)द्वारा बड़ी कार्रवाही करते हुए श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल (Sri Chaitanya Techno School)को नोटिस थमा दिया गया है। इस स्कूल की दो शाखाएं अमलीडीह और सरोना में हैं। दोनों ही बगैर मान्यता संचालित हो रहे थे। नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक का संचालन यहां हो रहा था। जानकारी मिलने पर जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा यहां जांच की गई। मान्यता संबंधित किसी तरह के दस्तावेज नहीं मिलने के कारण स्कूल को नोटिस दिया गया है।

स्कूल के सरोना स्थित ब्रांच में 336तथा अमलीडीह स्थित ब्रांच में 280 छात्र अध्ययनरत हैं। जब जांच की गई, उस वक्त स्कूल में कक्षाएं संचालित हो रही थी। स्कूल प्रबंधन द्वारा मान्यता संबंधित किसी भी तरह के कोई दस्तावेज पेश नहीं किए जा सके। एक लाख रूपए का हर्जाना जमा करने आदेश दिए गए हैं। तीन दिनों के अंदर मांगी गई जानकारी और दस्तावेज जमा नहीं किए जाने की स्थिति में प्रतिदिन 10 हजार रूपए की दर से अतिरिक्त आर्थिक दंड लगेगा।

पालकों को किया जा रहा बाध्य

जांच के दौरान स्कूल के एक कमरे में कॉपी, किताबें और यूनिफॉर्म मिले। स्कूल द्वारा पालकों को विद्यालय से ही अध्ययन सामग्री तथा गणवेश खरीदने बाध्य किए जाने की बात भी जांच के दौरान सामने आई है। बाजार से कई गुना अधिक कीमत पर इसकी बिक्री हो रही थी। यही नहीं स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रों के आने- जाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी की गई है। स्कूल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे अपने दोनों ही ब्रांच के बाहर स्पष्ट रूप से काले रंग के पेंट से " बिना मान्यता प्राप्त विद्यालय' लिखें, ताकि छात्रों और पालकों को इसकी जानकारी हो सके। अचानक हुई इस कार्रवाई से छात्र व पालक भी हैरान नजर आए। कई पालकों को इसकी जानकारी ही नहीं थी कि विद्यालय को मान्यता प्राप्त नहीं है। नियमविरुद्ध संचालन पर शाला प्रबंधन भी जवाब नहीं दे सका।

छात्रों का भविष्य प्राथमिकता

रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती ने बताया कि, स्कूल को विभागीय मान्यता प्राप्त करने के लिए जरूरी दस्तावेज जमा करने कहा गया है ताकि स्कूल को अप्रैल 2024 तक मान्यता दी जा सके और छात्रों का भविष्य खराब ना हो।

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