Election Dialogue : सीएम के नाम का फैसला करेगा पार्लियामेंट बोर्ड - माथुर

रायपुर। भाजपा (BJP)के प्रदेश प्रभारी और चुनाव प्रभारी ओम माथुर (election in-charge Om Mathur)का साफ कहना है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के मुख्यमंत्री (BJP Chief Minister)का नाम चौंकाने वाला ही होगा, लेकिन इसका फैसला मैं नहीं हमारा पार्लियामेंट बोर्ड (Parliament Board)करेगा। छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत के बाद उनसे चुनावी संवाद में हरिभूमि और आईएनएच (Haribhoomi and INH)के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी (Dr. Himanshu Dwivedi)ने उनसे लंबी बातचीत की। पेश हैं इसके मुख्य अंश-
►यहां भी इतिहास बना दिया ?
►ये मेरा इतिहास नहीं है, यह भाजपा के कार्यकर्ताओं का इतिहास है। 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो गरीब कल्याण योजना प्रारंभ की। देश में ऐसा कोई परिवार नहीं होगा, जिनको किसी न किसी रूप में मदद न मिल रही हो। 80 करोड़ परिवारों को अनाज देना, महिलाओं के लिए सोचना, पुरुषों के लिए सोचना, युवाओं के लिए सोचना। उन्होंने अपने ही पहले ही भाषण में कहा था, देश का समग्र रूप से विकास नहीं हुआ है। मेरा काम रहेगा, सबका समान रूप से विकास करना। इसके लिए ही उन्होंने नारा दिया, सबका साथ सबका विकास। यह सब सबके सहयोग से किया गया। छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां पर चुनाव पर सबने काम किया, चाहे वह बूथ स्तर का कार्यकर्ता हो या फिर राज्य स्तर का। सबने मिलकर काम किया और यहां पर भाजपा को जीत मिली है। जहां कर कांग्रेस की सरकार का सवाल है तो कांग्रेस को जो पांच साल की सरकार मिली तो इसमें भूपेश बघेल ने स्वयं का परिवार और पार्टी के बारे में सोचने के अलावा कोई काम नहीं किया है। प्रदेश की जनता के लिए न कोई काम किया, न कुछ उसके बारे में सोचा। जब मैं यहां पर साल भर पहले आया तो मुझे यह बात समझ आई कि छत्तीसगढ़ में किसी भी समाज का कोई भी वर्ग कांग्रेस की सरकार से खुश नहीं है। उनका हमें लाभ मिला।
►मोदी जी 2014 में आए, 2018 में भाजपा की हार क्यों हुई ?
► उस समय कोई गलती रही होगी। मैं तो वर्तमान की बात करता हूं। मैं पुरानी बातों में नहीं खोना चाहता हूं। मैंने पुराना ध्यान नहीं दिया और सोचा कि वर्तमान में इस सरकार को बाहर करके कैसे भाजपा को सत्ता में लाना है, इस पर काम किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को कैसे सब तक पहुंचाना है, कैसे अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना है, इस पर काम किया गया। हमने सबसे पहले मोर आवास को लेकर आंदोलन किया, ऐतिहासिक रैली थी। हमारे कार्यकर्ताओं ने पीएम आवास से वंचितों से फॉर्म भरवाने का काम किया। लाखों फार्म भरवाए गए। यह काम आसान नहीं था। कार्यकर्ताओं ने इसके लिए बहुत मेहनत की।
►कौन सा फॉर्म काम आया, आवास योजना वाला या फिर महतारी वंदन योजना वाला ?
►फार्म भरवाने के पीछे का सोच यह रहती है कि हमारा कार्यकर्ता नीचे स्तर तक जा रहा है। इसी के साथ हमारे पास परफेक्ट जानकारी भी आ जाती है। फॉर्म भरवाने के काम के साथ हमने भूपेश सरकार के भ्रष्टाचार को भी निचले स्तर तक पहुंचाने का काम किया है।
▶धान खरीदी की 2018 की नीति में जो बदलाव किया, उसके कारण चुनाव में सफलता मिली?
▶ महज धान खरीदी की योजना के कारण सफलता नहीं मिली। एक सामूहिक प्रयास करना पड़ता है। आज देश और दुनिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोहा मानता है, युवाओं को इससे प्रेरणा मिलती है। युवा सोचता है कि उनके देश का नाम हो। आज युवाओं को गर्व होता कि उनको नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री मिले हैं। सभी मोदी जी को मानते हैं और उनके साथ हैं। मोदी जी ने हर वर्ग के लिए योजना बनाई, किसानों को छह हजार साल का देने की योजना बनाई और किसानों को इसका लाम दिया, इसका मजाक भी बनाया गया, लेकिन किसानों के लिए छह हजार रुपए मायने रखते हैं। एक वो समय भी था, देश में खुद प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था, जो मैं सौ रुपए भेजता हूं, उसका 15 रुपए लोगों तक पहुंचता है। लेकिन आज सीधे हितग्राहियों के खाते में पूरा पैसा जाता है।
► भूपेश है तो भरोसा के स्थान पर कांग्रेस है तो भरोसा की रणनीति को क्या मानते हैं?
▶हमारा होम वर्क, हमारी मेहनत और हमने जो प्रदेश में वायु मंडल बनाया उसके कारण जीत मिली। इसी वजह से मुख्यमंत्री को भरोसा मांगने जनता के बीच जाना पड़ा। जनता से कहा गया, मुख्यमंत्री का भरोसा नहीं तो कांग्रेस का ही भरोसा सही उस पर भरोसा किया जाए, लेकिन जनता ने इस पर भरोसा नहीं किया। कांग्रेस का भरोसा पूरे देश से उठ चुका है और भूपेश का भरोसा छत्तीसगढ़ से उठ चुका है।
▶ मतदान 17 को समाप्त हो गया, नतीजा तीन को आया, यह समय काटा कैसे?
▶ मेरा घर है राजस्थान, मैं तो वहां चला गया, मैं वहां पर 40 सीटों पर घूमकर आया। उसमें से तीस सीटें भाजपा को मिलीं। उनसे पूछे उनका मतदान तो सात को हो गया था, उसका एक माह का समय कैसे कटा।
▶ चर्चा है आप छत्तीसगढ़ में शपथ दिलाएंगे या राजस्थान में शपथ लेंगे?
▶ भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व ओम माथुर को जो कहेगा, मैं वो करूंगा। हमेशा मैंने पार्टी के हर आदेश और निर्देश को माना है। मैं पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम करता हूं। आगे भी कार्यकर्ता के रूप में काम करना चाहता हूं।
▶ छत्तीसगढ़ में क्या करने वाले है, यहां मुख्यमंत्री कौन होगा?
▶ आज कई विधायक आए थे, उनसे मुलाकात हुई है। हमारा पार्लियामेंट बोर्ड बैठेगा, उसमें बात होगा, वहीं पर तय होगा कि छत्तीसगढ़ में क्या करना है। हमारी प्रक्रिया है, कोई आबजर्वर आएगा, वह विधायकों की बैठक लेगा, उनसे बात करके सबकी सहमति के आधार पर फैसला होगा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा।
▶ आप तो जीत के पहले कह रहे थे चौकाने वाला नाम रहेगा?
▶ मैंने ये थोड़े कहा था कि चौकाने वाला नाम मैं तय करूंगा, वह भी पार्लियामेंट बोर्ड ही करेगा। मैं अब भी कह रहा हूं नया नाम होगा और पार्लियामेंट बोर्ड चौंकाने वाला नाम ही तय करेगा।
▶ छत्तीसगढ़ की ऐसी जीत पर क्या करेंगे?
▶ ऐसी जीत हमने बहुत देखी है, लेकिन जहां तक छत्तीसगढ़ का सवाल है तो वास्तव में यहां पर भाजपा को ऐसी जीत पहली बार मिली है। इसके लिए कार्यकर्ताओं की मेहनत और परिश्रम अहम है। एकजुट होकर सबने काम किया है।
▶ कौन से परिणाम ने आपको चौंकाया है?
▶ मुझे बताया गया था, सरगुजा में हमारे पास कुछ नहीं है, बस्तर में हमारे पास कुछ नहीं है। लेकिन सरगुजा में 14 की 14 सीटें हमने जीती है। इससे ज्यादा चौकाने वाला और क्या होगा।
▶सरगुजा में किसके कारण भरोसा था, सिंहदेव के कारण?
▶ अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा था। सीतापुर के बारे में बताया गया था वहां कभी नहीं जीते। हमने वहां से एक सैनिक को लाकर चुनाव लड़ाने का काम किया और उन्होंने भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिला दी। मैंने उनको ऐसी ही टिकट नहीं दी, मैंने उनको परखा। वहां एक कार्यक्रम का जिम्मा दिया। इस कार्यक्रम के लिए युवाओं ने उनको 26 लाख एकत्रित करके लाकर दिए। इससे समझ में आया लोग उनको कितना पसंद करते हैं।
▶ अमित शाह, ओपी चौधरी और विष्णुदेव साय के लिए बोलकर गए, इनको जीत दिलाए बड़ा आदमी बना दूंगा,बड़े आदमी का मायने क्या है?
▶यह बात श्री शाह ने कही है तो यह प्रश्न उनसे ही करना चाहिए। क्या आदमी एमएलए बन जाए तो क्या बड़ा आदमी नहीं बना क्या। जहां तक मुख्यमंत्री का सवाल है तो उसका कोई भी फैसला पार्लियामेंट बोर्ड करेगा और इस बोर्ड में अमित शाह भी हैं।
▶ आप छत्तीसगढ़ को लेकर क्या सोचते हैं?
मेरा मानना है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की पांच साल तक अच्छी तरह से सरकार चले, सबके लिए काम करे। आम जनता के हित की बात करें। छत्तीसगढ़ की जनता ने हमें आशीर्वाद दिया है तो छत्तीसगढ़ का विकास करके जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है। नक्सल समस्या को कैसे समाप्त करना है, इस पर भी सोचना है। पर्यटन का अभी यहां पर अथाह भंडार है उसका उपयोग कैसे करना है। छत्तीसगढ़ तो पूरे देश का सिरमौर बन सकता है। जिनको भी नेतृत्व मिले, उनको हर गरीब के कल्याण के बारे में सोचना है, हर घर तक हमारा विकास पहुंचे इसके बारे में चिंता करना है। इसी के साथ प्रदेश का संगठन भी मजबूत हो, कोई भी ऐसा बूथ नहीं छूटना चाहिए, जहां पर हमारी टीम न हो। संगठन भी हर घर तक पहुंचे ऐसी मेरी इच्छा है।
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