पुराने ढर्रे पर कर्मचारी : कलेक्टर ने बरती कड़ाई, पहले दिन सपड़ में आए 101 बेपरवाह कर्मचारी-अधिकारी- कारण बताओ नोटिस के साथ कटेगा वेतन भी

पुराने ढर्रे पर कर्मचारी : कलेक्टर ने बरती कड़ाई, पहले दिन सपड़ में आए 101 बेपरवाह कर्मचारी-अधिकारी- कारण बताओ नोटिस के साथ कटेगा वेतन भी
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पूरे प्रदेश में आम शिकायत है कि कर्मचारी अपने पुराने ढर्रे पर यानी 11 बजे से पहले दफ्तर पहुंचते ही नहीं हैं। ऐसे में जांजगीर चांपा जिले के नए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने यहां आते ही समय पर दफ्तरों में उपस्थिति की ताकीद कर दी थी। लेकिन अपने ढर्रे से इतने जल्दी कोई कहां डिगता है। फिर क्या हुआ... पढ़िए...

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ में फाइव डेज वीक लागू होने के साथ कर्मचारियों की दफ्तर में उपस्थिति का समय भी बदल गया है। अब उन्हें सुबह 11 बजे की जगह 10 बजे आफिस पहुंचना होता है। लेकिन पूरे प्रदेश में आम शिकायत है कि कर्मचारी अपने पुराने ढर्रे पर यानी 11 बजे से पहले दफ्तर पहुंचते ही नहीं हैं। ऐसे में जांजगीर चांपा जिले के नए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने यहां आते ही समय पर दफ्तरों में उपस्थिति की ताकीद कर दी थी। लेकिन अपने ढर्रे से इतने जल्दी कोई कहां डिगता है।

इसी के चलते सोमवार को कलेक्टर के निर्देश पर सयुंक्त कलेक्टर निशा नेताम मंडावी और एसडीएम जांजगीर नंदिनी कमलेश साहू, पामगढ़ बीएस मरकाम, तहसीलदार डभरा, चाम्पा, शिवरीनारायण, सक्ती ने शासकीय कार्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी-कर्मचारी कार्यालयीन समय पर भी दफ्तर नहीं पहुंचे थे। ऐसे कुल 101 अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। सभी को नोटिस जारी कर वेतन काटने की कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर सिन्हा खुद आज सुबह 10 बजे ऑफिस पहुंचे। उन्होंने जिला कार्यालय से संयुक्त कलेक्टर और एसडीएम को निर्देशित किया कि अपने क्षेत्र के शासकीय कार्यालय में जाकर उपस्थिति की तत्काल जांच करें और जो भी अनुपस्थित है, उनको कारण बताओ नोटिस जारी कर वेतन काटने की कार्रवाई करें।

कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम पामगढ़ मरकाम ने जनपद पंचायत कार्यालय में स्थापना, एनआरएलएम शाखा, आवास शाखा, मनरेगा शाखा की उपस्थिति पंजी का 10.25 बजे आकस्मिक निरीक्षण किया। यहां अनुपस्थित 20 अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस जारी करने सीईओ पामगढ़ को निर्देशित किया गया। पामगढ़ में विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का 10.40 बजे निरीक्षण के दौरान 5 और आईसीडीएस तथा बीआरसी में 1-1 अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह कलेक्टर सिन्हा के निर्देश पर सयुंक्त कलेक्टर ने जिला शिक्षा कार्यालय, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग कार्यालय, आबकारी विभाग, उप संचालक कृषि -अनुविभागीय अधिकारी कृषि विभाग के कार्यालयों का सुबह 10 से 10.20 के बीच आकस्मिक निरीक्षण किया। जिसमें ट्राइबल विभाग में 4, कृषि विभाग में 8, आबकारी विभाग में 9 कर्मचारी-अधिकारी, शिक्षा विभाग के 9 कर्मचारी, कार्यालयीन समय पर अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह जांजगीर एसडीएम नंदिनी कमलेश साहू ने शासकीय कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोखरा में व्याख्याता एलबी कुमारी, कांति यादव, सीमा तिवारी, सहायक ग्रेड 2 एसके कश्यप, सहायक ग्रेड 3 एमआर बेग और पूर्व माध्यमिक शाला कचहरी चौक में प्रधान पाठक जयंती दुबे अनुपस्थित पाईं गईं।

इसी तरह कार्यालय उप संचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन का कार्यालय प्रातः 10.18 में बंद पाया गया। यहां सहायक औषधि नियंत्रक प्रीतम ओगरे, औषधि निरीक्षक सुनील सिंह परिहार, दुर्गेश कैवर्त्य, हितेन्द्र बाम्बोडे, प्रतिभा राजपुत, सुमनलता कवंर, नेहा मिंज, खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक देवागंन, अर्पणा आर्या, नमूना सहायक शांतनु भट्टाचार्य, सरिता मरावी और सुलोचना कवंर सभी अनुपस्थित थे।

ऐसी कार्यवाही जारी रहेगी : कलेक्टर

कलेक्टर सिन्हा जिले में शासकीय अधिकारियों की उपस्थिति मुख्यालय में सुनिश्चित करने के निर्देश लगातार दे रहे हैं। उन्होंने फील्ड के स्टाफ को भी मुख्यालय और कार्यालयों में रहने के निर्देश दिया हुआ है। इसी कड़ी में अब उन्होंने शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने जांच के निर्देश दिए हैं। वे स्वयं भी समय पर अपने दफ्तर पहुंच रहे हैं और आने वाले दिनों में आकस्मिक निरीक्षण करने निकलेंगे।




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