एग्जाम फ्रॉम होम के बाद भी असाइनमेंट और उपस्थिति के आधार पर तय होंगे 10 फीसदी अंक

रायपुर. ब्लैंडेड मोड में परीक्षाएं होने के बाद भी स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों के 10 फीसदी अंकों का निर्धारण आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर होगा। पं. रविशंकर शुक्ल विवि द्वारा इस सत्र से मूल्यांकन के लिए नया नियम लाया गया था। इसके मुताबिक स्नातक स्तर की कक्षाओं में 10 प्रतिशत अंकों का निर्धारण क्लास टेस्ट, असाइनमेंट तथा अन्य आधार पर किया जाना है। चुंकि इस सत्र में कक्षाएं ऑफलाइन मोड में नहीं लगी हैं, इसलिए इसे लेकर संशय था कि उपरोक्त नियम इस वर्ष लागू होगा अथवा नहीं।
अब रविवि ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह नियम इस सत्र से ही लागू होगा। छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं नियमित रूप से संचालित हुई हैं। इन कक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति के आधार पर उन्हें अंक दिया जाएगा। शेष 90 फीसदी अंकों का निर्धारण परीक्षा के माध्यम से होगा। इस वर्ष सिर्फ विभिन्न संकायों के सिर्फ प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए यह नियम बनाया गया है। अगले वर्ष प्रथम तथा द्वितीय वर्ष एवं उसके पश्चात तीनों वर्ष के छात्रों के लिए यह नियम लागू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि स्नातकोत्तर स्तर पर पहले ही यह व्यवस्था है।
इसलिए फैसला
आंतरिक मूल्यांकन के लिए कॉलेज क्लास टेस्ट ले सकते हैं अथवा उपस्थिति व असाइनमेंट के आधार पर छात्रों को अंक प्रदान कर सकते हैं। इस वर्ष कोई विकल्प नहीं होने के कारण ऑनलाइन कक्षाओं में उपस्थिति को ही आधार बनाया जा रहा है। कुछ कॉलेजों ने छात्रों को ऑनलाइन असाइनमेंट भी प्रदान किए थे। वे इसे भी आधार बना सकते हैं। नए नियम के संदर्भ में महाविद्यालयों को पहले ही सूचित किया जा चुका है। प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में यह नियम पहले ही लागू है। नियमित छात्र कक्षाओं में उपस्थिति और अध्ययन को लेकर गंभीर रहें, इसलिए यह व्यवस्था की गई है।
ऑनलाइन कक्षाएं आधार
छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं नियमित रूप से हुई हैं। आंतरिक मूल्यांकन के लिए उपस्थिति को आधार बनाया जा सकता है।
- प्रो. गिरीशकांत पांडेय, कुलसचिव, रविवि
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