इतने समय में तो बीरबल की खिचड़ी भी पक गई होती : 8 साल से लटका पड़ा है बाइपास का निर्माण, इस घाट को पार करने के नाम पर ही डरने लगे लोग

मनोज गोयल/केशकाल। केशकाल बस्तर के प्रवेश द्वार, 12 मोड़ो की सर्पीली घाटी जो कि फूलों की घाटी के नाम से जाना जाता है। खूबसूरत टाटामारी पर्यटन केंद्र और 9 से अधिक जलप्रपात से घिरा घोर जंगलों के बीच बसा केशकाल में अब घाट का जाम होना आम हो गया है। भारी वाहनों के लगातार आवागमन के साथ ही घाट के मोड़ पर वाहनों के पलटने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है। इसके चलते मुसाफिरों को घण्टों घाट पर रुकना पड़ रहा है। केशकाल बाईपास को लेकर युद्ध स्टर पर कार्यवाही प्रारम्भ किया गया, लेकिन 8 वर्षों से कार्य अधूरा ही पड़ा है। नारायणपुर जिले में गिट्टी के नए खदान के चलते ट्रकों के आने-जाने की संख्या बढ़ गई है। इसके चलते रात में सफर कर रहे वाहन ओवरटेक के चलते जाम की स्थिति निर्मित कर देते हैं। जहां पुलिस बल पहुंच घण्टों मस्मक्त करते नजर आते हैं। देखिए वीडियो-
फिर जाम की स्थिति निर्मित
अनुभागीय अधिकारी राजश्व शंकर लाल सिन्हा और अनुभागीय अधिकारी भूपत सिंग धनेश्री की ओर से चालानी कार्यवाही कर घाट में मुहिम चलाया गया। यहां कुछ दिन घाट में आवागमन सुचारू हुआ, लेकिन विगत 2 दिन से फिर वहीं जाम निर्मित हो रहा है।
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