बस्तर में गुलाब तूफान का दिखा व्यापक असर, भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से 25 गाय-बैलों की मौत, फूट-फूटकर रोए किसान

बस्तर में गुलाब तूफान का दिखा व्यापक असर, भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से 25 गाय-बैलों की मौत, फूट-फूटकर रोए किसान
X
प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रो में आकाशीय बिजली गिरने से 25 से ज्यादा मवेशी मौत की भेंट चढ़ गए. ग्रामीण तो बच गए लेकिन अपने जीविका चलाने वाले गाय-बैलो को नहीं बचा पाए. अधिकारियो ने तूफान कमजोर पड़ने का दिया संकेत

रायपुर। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान 'गुलाब' का असर बस्तर में व्यापक पैमाने पर दिखा है। दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले में बिजली की भारी गड़गड़ाहट के साथ तेज बारिश हुई। दंतेवाड़ा में बिजली गिरने से 25 से ज्यादा मवेशियों की मौत हो गई। मवेशियों की मौत पर किसान और चरवाहे फूट-फूटकर रोते दिखे। घटना को लेकर मिली जानकारी के अनुसार दंतेवाड़ा जिले के गदापाल गांव में सुबह किसान अपने मवेशियों को चराने के लिए गए थे। किसान रोज की तरह पहाड़ी इलाकों में मवेशियों को चरा रहे थे कि तभी तेज बारिश शुरू हो गई। किसान किसी तरह से इधर-उधर जाकर छुप गए लेकिन मवेशी चरते रहे। इसी बीच अचानक आकाशीय बिजली गिरी और मौके पर ही 25 मवेशियों की मौत हो गई। पानी गिरने के कारण किसान तुरंत तो मौके पर नहीं पहुंच पाए, लेकिन जैसे ही पानी थोड़ा कम हुआ, सभी मौके पर गए। तब तक 25 से ज्यादा मवेशियों की जान चली गई थी। किसानों ने बताया कि उनके जीवनयापन के लिए उनके गाय-बैल बहुत बड़ा सहारा थे।

चक्रवाती तूफान पड़ रहा कमजोर

हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान 'गुलाब' अब कमजोर होकर उत्तर आंध्र प्रदेश और आसपास तथा दक्षिण ओडिशा में रात 2.30 बजे से 6 घंटे में 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ा है। विभाग के मुताबिक अब तूफान का प्रेशर कमजोर हो गया है, जो घटकर 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंच गया है। पहले माना जा रहा था ये 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 12 घंटे के अंदर इस तूफान के और कमजोर होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने रविवार को ही तूफान गुलाब को लेकर बस्तर संभाग के लिए रेड अलर्ट जारी किया था। विभाग ने 27 सितंबर की सुबह गुलाब चक्रवात के कमजोर होकर बस्तर जिले में प्रवेश करने की संभावना जताई थी।

Tags

Next Story