निजी मेडिकल कॉलेजों में बढ़ी 20 फीसदी तक फीस

निजी मेडिकल कॉलेजों में बढ़ी 20 फीसदी तक फीस
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डाॅक्टर बनने के लिए निजी मेडिकल काॅलेजों में पढ़ाई अब और भी महंगी हो गई है। फीस विनियामक समिति ने प्रदेश की तीनों निजी काॅलेजों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए फीस का निर्धारण कर दिया है।

रायपुर। डाॅक्टर बनने के लिए निजी मेडिकल काॅलेजों में पढ़ाई अब और भी महंगी हो गई है। फीस विनियामक समिति ने प्रदेश की तीनों निजी काॅलेजों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी करते हुए फीस का निर्धारण कर दिया है। नए फीस स्ट्रक्चर के मुताबिक पांच साल की पढ़ाई करने के लिए 40 लाख रुपए तक खर्च करने होंगे। यह केवल फीस होगी। इसके अलावा पांच साल तक बाकी खर्च भी पालकों को वहन करने होंगे। वहीं सरकारी मेडिकल कालेजों में सालाना फीस केवल 50 हजार रुपए सालाना है।

वर्ष 2019 में जब निजी काॅलेजों की फीस तय की गई थी तो डाॅक्टर बनने की पांच साल की पढ़ाई पूरी करने में 35 से 37 लाख रुपए खर्च करने पड़ते थे। काॅलेजों की सुविधा सहित अन्य जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पुरानी फीस में 15 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई है, जिसके बाद अब निजी काॅलेज में पढ़ाई के लिए 40 लाख रुपए तक खर्च करने पड़ेंगे। फीस विनियामक समिति ने सितंबर माह में अंतरिम फीस का निर्धारण किया था। इसके बाद शुक्रवार को समिति की बैठक में तीनों मेडिकल काॅलेजों की फीस को अंतिम रूप दिया गया।

समिति द्वारा तय की गई फीस अगले तीन साल यानी वर्ष 2024-25 तक के लिए लागू की गई है। पुरानी फीस की तुलना में इस बार शंकराचार्य मेडिकल काॅलेज की फीस में लगभग डेढ़ लाख रुपए प्रतिवर्ष, रायपुर इंस्टीट्यूट (रिम्स) की फीस में एक लाख रुपए की बढ़ोतरी की गई है। तय किए गए शैक्षणिक शुल्क के अलावा तीनों काॅलेजों के हाॅस्टलतथा ट्रांसपोर्टिंग का शुल्क सुविधा के हिसाब से निर्धारित किया जाएगा।

बालाजी की फीस पिछले साल तय नहीं

बालाजी मेडिकल काॅलेज को पिछले साल मान्यता मिली थी, मगर उस दौरान फीस विनियामक समिति का गठन नहीं हुआ था। इस आधार पर काॅलेज में प्रवेश के लिए पुराने दोनों काॅलेजों की फीस तथा सुविधा का अध्ययन करते हुए शंकराचार्य मेडिकल काॅलेज की तरह निर्धारित किया गया था। इस मेडिकल काॅलेज के लिए फीस का निर्धारण वर्ष 2021-22, 2022-23, 2023-24 के लिए किया गया है। इस काॅलेज की फीस में एक लाख रुपए की बढ़ोतरी की गई है।

एमडी-एमएस की फीस भी

एएफआरसी द्वारा एमबीबीएस के साथ दो काॅलेजों में संचालित स्नातकोत्तर विषय के लिए भी फीस का निर्धारण किया गया है। श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में पीजी की क्लीनिकल सीट के लिए 9 लाख 98 हजार 954 तथा नॉन क्लीनिकल सीटों के लिए 7 लाख 99 हजार 187 रुपए निर्धारित किए गए हैं। रायपुर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में क्लीनिकल 9 लाख 31 हजार 484 तथा नॉन क्लीनिकल के लिए 7 लाख 45 हजार 187 रुपए फीस निर्धारित की गई है।

पड़ोसी राज्य की फीस का अध्ययन

फीस विनियामक समिति द्वारा फीस का निर्धारण करने के लिए पड़ोसी राज्यों के निजी मेडिकल काॅलेजों के फीसस्ट्रक्चर का अध्ययन किया गया। इसके साथ ही प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसत आय के तथ्यों को विचार किया गया। शुक्रवार को हुई बैठक में समिति अध्यक्ष प्रभात कुमार शास्त्री, समिति के पदेन सदस्य संचालक चिकित्सा शिक्षा डाॅ. विष्णु दत्त, सदस्य वित्त योगेश वर्ल्यानी, सदस्य विधि सैय्यद अफसर अली ने फीस का निर्धारण किया।

एमबीबीएस की फीस निजी मेडिकल काॅलेज पहले अब (सालाना)

रिम्स 600156 745187

शंकराचार्य 645156 799187

बालाजी 645156 750187

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