फीफा के स्टेंडर्ड वाले स्टेडियम की हो गई छीछालेदर : स्टेडियम में मेट के नीचे भरा पानी... फुटबाल मैदान में गद्दे का मजा ले रहे खिलाड़ी...

फीफा के स्टेंडर्ड वाले स्टेडियम की हो गई छीछालेदर : स्टेडियम में मेट के नीचे भरा पानी... फुटबाल मैदान में गद्दे का मजा ले रहे खिलाड़ी...
X
जिस मैदान को इंटरनेशन फुटबाल फेडरेशन के स्तर का कहकर बस्तर की आन, बान और शान बताया गया था, दो महीने में ही वह शान निगम और निर्माण एजेंसी की आन पर बट्टा लगाता दिख रहा है। नगर निगम के ही इस स्टेडियम में टर्फ के नीचे पानी भर जाने की बात से खुद को अनभिज्ञ बताकर महापौर महोदया पल्ला झाड़ रही हैं। क्या हुआ है स्टेडियम में... पढ़िए...

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। जिस मैदान को इंटरनेशन फुटबाल फेडरेशन के स्तर का बताकर वाहवाही बटोरी गई, उस फुटबाल मैदान का टर्फ सोमवार की सुबह हुई जोरदार बारिश के बाद मैदान के ऊपर ही तैरता दिख रहा है। टर्फ के नीचे लबालब पानी भर गया है। खिलाड़ी कह रहे हैं कि साढ़े सात करोड़ रुपये बह गए पानी में।


उल्लेखनीय है कि, दो महीने पहले ही जब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान जगदलपुर पहुंचे तो उनके हाथों अफसरों ने अनेक खेल मैदानों का लोकार्पण कराया। इनमें सबसे उल्लेखनीय जगदलपुर नगर निगम दफ्तर के पीछे ही स्थित प्रियदर्शिनी इंदिरा स्टेडियम था। इसे बस्तर की आन, बान और शान बताया गया था। लेकिन दो महीने में ही वह शान निगम और निर्माण एजेंसी की आन पर बट्टा लगाता दिख रहा है। नगर निगम के ही इस स्टेडियम में टर्फ के नीचे पानी भर जाने की बात से खुद को अनभिज्ञ बताकर महापौर महोदया पल्ला झाड़ रही हैं। वहीं नए-नए आए कलेक्टर महोदय स्पोर्ट्स एकेडमी को जानकारी भेज देने की बात कह रहे हैं।


वीडियो बना सोशल मीडिया की सनसनी

दरअसल सोमवार की शाम जब खिलाड़ी मैदान में पहुंचे तो उनके आश्चर्य का ठिकाना न रहा। टर्फ ऊपर तैर रहा था और नीचे पानी लबालब भरा हुआ था। नीचे पानी भरे होने की वजह से टर्फ कुश्ती के गद्देदार मेट की तरह उछल रहा था। अब उसमें खेल तो हो नहीं सकता था सो खिलाड़ी गद्दे का ही मजा लेने लगे। कुछ लोगों ने इस दृश्य को कैमरे में कैद कर लिया। अब फुटबाल मैदान का वह दृश्य सोशल मीडिया की सनसनी बना हुआ है।


स्टेडियम में पानी नहीं आई 'भ्रष्टाचार' की बाढ़

उधर युवा भाजपा नेता अविनाश श्रीवास्तव कहते हैं कि स्टेडियम में पानी नहीं भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है। उनहोंने महापौर को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, साढ़े सात करोड़ की लागत से बने निगम के ही स्टेडियम के निर्माण में साफ दिख रहे भ्रष्टाचार के खेल से महापौर खुद को अलग कैसे कर सकती हैं।


जल्द ही टेक्निकल फाल्ट जांचने आएगी टीम

उधर स्टेडियम में टर्फ के नीचे पानी भरने के बाद बस्तर कलेक्टर का कहना है कि इसकी जानकारी स्पोर्ट्स एकेडमी को दे दी गई है। जल्द ही टीम जगदलपुर पहुंचकर इसका सर्वे करेगी। जिसके बाद ही क्या टेक्निकल फॉल्ट है यह स्पष्ट हो पाएगा। बहरहाल मामला चाहे जो भी हो, साढ़े सात करोड़ की लागत से बने स्टेडियम का उद्घाटन के महज दो महीने बाद ही ऐसी दयनीय हालत बने तो सवाल तो उठते ही हैं। जिम्मेदार लोगों को इस बात का जवाब तो देना ही पड़ेगा।

Tags

Next Story