सेलीब्रिटीज़ के बिगड़े बोल पर एफआईआर सिर्फ औपचारिकता? कार्रवाई के नाम पर सिर्फ नोटिस

रायपुर: संत तथा नेताओं के बिगड़े बोल को लेकर शहर के अलावा राज्य के अलग-अलग जिलों में शिकायत दर्ज होती है, लेकिन किसी भी मामले में पुलिस अभी तक केवल नोटिस भेजने के अलावा कार्रवाई नहीं कर पाई है। पुलिस अफसर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देकर कार्रवाई नहीं कर पाने की बात कह रहे हैं। उल्लेखनीय है कि धार्मिक, सामाजिक मसलों को लेकर अक्सर नेताओं के साथ संतों के बोल बिगड़ जाते हैं। इसके बाद मामला तूल पकड़ने के बाद एक पक्ष दूसरे पक्ष के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचते हैं। आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू होता है। ऐसे ही विवादास्पद मामलों को लेकर रायपुर के सिविल लाइंस थाने में कई सेलिब्रिटी के खिलाफ सर्वाधिक मामले दर्ज हैं। दर्ज मामले थाने में एक बंद अलमारी में धूल खाते पड़े हैं। उन मामलों का अब तक किसी तरह से निष्पादन नहीं हुआ है। पूर्व में पुलिस ने टूलकिट मामले में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था, लेकिन वह मामला भी पेचदगियों के साथ कानूनी दांव-पेंच में फंसकर रह गया।
गाइडलाइन का हवाला
एक पुलिस अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि किसी सेलिब्रिटी के खिलाफ थानों में दर्ज शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होने की वजह उनके द्वारा किसी दूसरे स्थान पर दिया गया बयान होता है अर्थात उस सेलिब्रिटी के खिलाफ कई शहरों में एफआईआर दर्ज कराई जाती है। इस स्थिति में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक संबंधित सेलिब्रिटी ने जहां विवादित टिप्पणी की है, उसी थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। इसके साथ ही अन्य जगहों में दर्ज एफआईआर शून्य घोषित कर दी जाएगी।
इनके खिलाफ दर्ज हैं शिकायतें
केस- 1
डेढ़ पूर्व वर्ष भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा किसान आंदोलन में कांग्रेस पार्टी पर टूलकिट को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसके बाद उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थानों में कांग्रेस नेताओं ने एफआईआर दर्ज कराई थी। साथ ही संबित पात्रा के आरोपों को सही बताने के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ भी कांग्रेसियों ने शिकायत दर्ज कराई थी।
केस- 2
इसी वर्ष मई महीने में योगगुरु रामदेव द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने वैक्सीन की जगह आयुर्वेदिक दवाओं को असरकारक बताया गया था। साथ ही योगगुरु ने चिकित्सकों को लेकर टिप्पणी की थी। इससे नाराज होकर चिकित्सकों ने योगगुरु के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
उचित कार्रवाई करेंगे
धर्म संसद में राष्ट्रपिता को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में प्रार्थी की शिकायत पर अपराध दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना करने के बाद उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
- तारकेश्वर पटेल, एएसपी सिटी
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