1 करोड़ से अधिक में बना क्रोकोडायल पार्क, फिर हुआ नर्सरी में तब्दील

1 करोड़ से अधिक में बना क्रोकोडायल पार्क, फिर हुआ नर्सरी में तब्दील
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बार नवापारा के जंगल में एक करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च कर बनाए गए क्रोकोडाइल पार्क से दो वयस्क समेत चार मगरमच्छ दो वर्ष पूर्व जंगल सफारी शिफ्ट कर दिए गए। ऐसे में क्रोकोडाइल पार्क को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर वन विभाग ने एक करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च कर क्रोकोडाइल पार्क क्यों बनवाया, वह भी अभयारण्य में। उल्लेखनीय है कि तीन वर्ष पूर्व इसी क्रोकोडाइल पार्क में एक मगरमच्छ की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी।

हरिभूमि रायपुर समाचार: बार नवापारा के जंगल में एक करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च कर बनाए गए क्रोकोडाइल पार्क से दो वयस्क समेत चार मगरमच्छ दो वर्ष पूर्व जंगल सफारी शिफ्ट कर दिए गए। ऐसे में क्रोकोडाइल पार्क को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर वन विभाग ने एक करोड़ रुपए से ज्यादा राशि खर्च कर क्रोकोडाइल पार्क क्यों बनवाया, वह भी अभयारण्य में। उल्लेखनीय है कि तीन वर्ष पूर्व इसी क्रोकोडाइल पार्क में एक मगरमच्छ की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। एक क्रोकोडाइल लापता हो गया। इसके बाद ही पार्क के मगरमच्छाें को सफारी शिफ्ट किया गया।

उल्लेखनीय है कि बार नवापारा के कोठारी परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 161 के मरेर तालाब में विचरण करते हुए एक मगरमच्छ आ गया। इसके बाद वन अफसरों ने पर्यटकों का आकर्षित करने के उद्देश्य से मरेर तालाब के चारों तरफ फेंसिंग करने के साथ साज-सज्जा पर एक करोड़ रुपए से ज्यादा रकम फूंक दी। एक साल गुजरने के बाद तालाब में एक मगरमच्छ की संदिग्ध परिस्थिति में मौत तथा एक अन्य के गायब होने के बाद वन अफसरों ने तालाब में बचे दो मगरमच्छ शावक के साथ दो बड़े मगरमच्छों को जंगल सफारी शिफ्ट करने का निर्णय लिया।

अभयारण्य में कैसे बना सकते हैं पार्क

गौरतलब है, टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क अथवा अभयारण्य में सफारी के लिए जाने वाले पर्यटकों को जंगल में वाहन से उतरने की अनुमति नहीं होती। ऐसे में सवाल उठता है कि बार नवापारा के जंगल में पर्यटकों के लिए क्रोकोडाइल पार्क बनाने का क्या औचित्य था? क्रोकोडाइल पार्क में मगरमच्छ देखने पर्यटकों को अपने वाहन से उतरकर जाना पड़ता। इस मामले को लेकर जानकार बार नवापारा में बनाए गए क्रोकाडाइल पार्क पर ही सवाल उठा रहे हैं।

पार्क अब नर्सरी में तब्दील

क्रोकोडाइल पार्क के मगरमच्छों को जंगल सफारी शिफ्ट करने के बाद वन अफसरों ने यहां नर्सरी बना दी और फलदार पौधे लगाकर पार्क को नया रूप देने की कोशिश की है। पार्क के तालाब से सटे होने की वजह से नर्सरी में पौधों को सींचने बाहर से पानी लाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। इसके साथ ही जमीन नम होने की वजह से नर्सरी में पौधे जल्द विकसित हो रहे हैं।

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