ठगी की रकम हवाला से भेजते थे अफ्रीका, गिरोह ने रायपुर से उड़ाए 40 लाख

देशभर में जानवरों और आदमी के दिल-दिमाग की दवा बनाने वाली कंपनी का सप्लायर बनकर कच्चा माल खरीदने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले अफ्रीका का गिरोह ने मुंबई को अपना ठिकाना बनाया है। अफ्रीकन गिरोह ठगी की रकम अपने पास नहीं रखता था। पैसे मिलते ही वह 80 फीसदी अफ्रीका के यूनाइटेड बैंक ऑफ अफ्रीका के बैंक खाते में ट्रांसफर कर देता था और 20 फीसदी रकम को अपने पास खर्च करने के लिए रखता था।
गिरोह का मिडिएटर राजस्थान का था और वह दिल्ली में रहकर हवाला के माध्यम से पैसे भेजता था। यही नहीं आरोपी डोसो मुंबई के बड़े हवाला ऑपरेटरों के संपर्क में था। वह ठगी के पैसे इन हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से अफ्रीका भेजता था।
गौरतलब है आरोपी डोसो निवासी वेस्ट अफ्रीका और जगदीश पाॅल निवासी घोड़बंदर मुंबई को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी डोसो सेक्टर 34 मुंबई नवी मुंबई में किराए के फ्लैट में रहता था। दोनों आरोपियों को सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
इन राज्यों में की थी ठगी
पुलिस के मुताबिक आरोपी डोसो के गिरोह ने महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में 50 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की है। उसने ठगी के पैसे लेने के लिए मुंबई, नवी मुंबई, पनवेल, राजस्थान के पाली, दिल्ली, यूपी के नोएडा, पश्चिम बंगाल में करीब 40 से अधिक बैंक खाते फर्जी नामों से खुलवा रखे थे। इन खातों में करोड़ों के ट्रांजेक्शन के साथ ही 15 लाख रुपए जमा मिले हैं।
यहां 40 लाख का लगाया चूना
पुलिस के मुताबिक गिरोह के मास्टर माइंड डोसो ने रायपुर जिलेभर में 10 से अधिक लाेगों को अपने जाल में फंसाया। इनसे करीब 40 लाख रुपए से अधिक की रकम ठग चुका है। गिरोह द्वारा अधिकांश ठगे गए लोग कारोबारी हैं। इनका पूरा ब्योरा पुलिस इकट्ठा कर रही है।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम
पुलिस के मुताबिक देवेंद्रनगर निवासी मो. आसिफ फारूकी आयुर्वेदा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक हैं। 24 मई को डेबिट जान्सन नामक शख्स ने उनके वाट्स एप पर मैसेज किया जिसमें अफ्रीका की कंपनी द्वारा जानवरों और इंसानों के दिल व दिमाग की बीमारियों की दवाइयां बनाने का जिक्र था। इसके बाद उसने कॉल कर कच्चा माल इंडिया से लेने के लिए नए सप्लायर तलाशने की बात कही थी।
उन्होंने कच्चा माल सप्लाई करने सहमति दी जिसके बाद मुंबई की रोहित इंटरप्राइजेस का आरोपी ने संपर्क नंबर और पता दिया था। आरोपी ने 5500 डाॅलर प्रति लीटर हार्डिलेक ऑर्गेनिक एक्सटेक्ट खरीदने की हवाला देते हुए प्रतिमाह 100 से 300 लीटर की खपत बताई थी। सौदा तय होने के बाद आरोपी ने उनसे 17 लाख 64 हजार रुपए लिए और मोबाइल बंद कर दिया।
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