यात्री बस में सोना ही सोना : छत्तीसगढ़ से भेजा जा रहा था मुंबई- दिल्ली और जयपुर, पुलिस ने बिल देखते ही व्यापारियों को लौटाया

यात्री बस में सोना ही सोना : छत्तीसगढ़ से भेजा जा रहा था मुंबई- दिल्ली और जयपुर, पुलिस ने बिल देखते ही व्यापारियों को लौटाया
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रायपुर से दुर्ग की तरफ जा रही यात्रियों से भरी बस में 21 किलो का सोना मिला है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। सोना गांजे की तरह बैग में पैक किया गया था। इसे जब्त करने के बाद पुलिस ने क्या बताया...पढ़े पूरी खबर

रायपुर- राजधानी रायपुर से दुर्ग की तरफ जा रही यात्रियों से भरी बस में 21 किलो का सोना मिला है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है, बताया जा रहा है कि, सोना गांजे की तरह बैग में पैक किया गया था। इसे जब्त करने के बाद पुलिस का कहना है कि, यह पूरा सोना रायपुर के सराफा व्यापारियों का हो सकता है। हालांकि बिल के साथ सोने को व्यापारियों को वापिस कर दिया गया है। लेकिन इस वक्त पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि, इतना सारा सोना कहा से आ सकता है। इसके अलावा इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि, यात्रियों से भरी बस में इतनी बड़ी लापरवाही के पीछे किसका हाथ है।

क्या सरफा व्यापारियों का हैं सोना...

जानकारी के मुताबिक, बैग में 7 अलग - अलग पार्सल मिले है। जिसमें से पुलिस ने 2 पार्सल खोले थे। इनमे सबसे ज्यादा जेवरात और कच्चा सोना भरा हुआ था। जब पुलिस ने तहकीकात करना शुरू की, तब जाकर पता चला कि, राजनांदगांव के अलग-अलग सराफा व्यापारियों का यह सोना है। जिनकी मुंबई, सूरत, कोलकाता और जयपुर में डिलीवरी की होने वाली थी।

बांम्बे जा रहा था सोना...

सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सांखला ने बताया कि, रिप्लेसमेंट वाला सोना रायपुर से दुर्ग होते हुए बांम्बे और जयपुर ले जाया जा रहा था। क्योंकि पूरे सोने का बिल बाउचर भी मिला है। ट्रांसपोर्ट के जरिए उसे भेजा जा रहा था। लेकिन बीच सफर में पुलिस ने पकड़ लिया और बिल भी देख लिया। बता दें, कूरियर के दौरान पैकेट के अंदर बिल भी था और उसमें एक-एक डिटेल लिखी हुई थी। कूरियर फ्लाइट बंद होने की वजह से सोना इस तरह से भेजा जा रहा था।

कहां-कहां से होती है तस्करी...

डीआरआई के अधिकारियों का कहना है कि, छत्तीसगढ़ के रास्ते बुंदेलखंड में सोने की तस्करी होती है। इसके अलावा तस्करी करा हुआ सोना मुंबई, सूरत, कोलकाता और जयपुर में भी मिल जाता है। दो साल पहले सूनचा मिलने पर पुलिस की टीम ने गौरझामर से चितौरा जाने वाले हाईवे पर चेकिंग की थी। उस वक्त कार की स्टेपनी में सोना रखा गया था। यह पूरा सोना एक बड़े करोबारी तक पहुंचने वाला था। हालांकि पुलिस ने सराफा कारोबारी को रायपुर की कोर्ट में पेश किया था, जिसके बाद उसे मध्य प्रदेश ले जाया गया था। तब जाकर जानकारी मिली थी कि, इसी कार में सोने की तस्करी कई बार हो चुकी है। गाड़ी को सागर से पहले टीम ने पकड़ा, जिसमें से 7.8 किलो सोना मिला था। इसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

छत्तीसगढ़ कैसे आता है अवैध सोना...

सवाल यह उठता है कि, सरकार और पुलिस की नजर से बचकर छत्तीसगढ़ में तस्करी किया हुआ सोना पहुंच कैसे जाता है ? आपको बता दें, सोने की स्मगलिंग दुबई से होती है। जहां से कारोबारी म्यांमार, बांग्लादेश और फिर भारत के नॉर्थ ईस्ट तक पहुंच जाते है। यानी बंगाल से सोना और चांदी की तस्करी की जाती है। इस मामले में पहले भी रायपुर के दो लोगों को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद भी दुर्ग पुलिस ने बिना जांच किए और डीआरआई को जानकारी दिए बिना इतनी बड़ी मात्रा में सोना छोड़ दिया।

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