गोठान खाली, सड़कों पर घूम रहे मवेशी : रोका-छेका अभियान का भी असर नहीं, 42 लाख में बना गोठान पड़ा है सूना

जीवानंद हलधर/जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के नगरीय क्षेत्रों में जगह-जगह मवेशियों ने सड़कों पर डेरा जमा रखा है। राज्य सरकार ने रोका-छेका अभियान के तहत शहरी क्षेत्रों में भी गोठान का निर्माण कर यहां मवेशियों को रखने का इंतजाम किया है। जगदलपुर में भी 42 लाख रुपयों की लागत से गोठान बनया गया है, लेकिन यहां सिर्फ 10 मवेशी हैं, जबकि शहर की सड़कों पर सैकड़ों मवेशी नजर आते हैं।
शहर में रोका-छेका अभियान का असर कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है। अभियान शुरू होने के बाद इसे अमल में लाने में नगरीय निकाय ढ़िलाई बरत रहे हैं। आलम यह है कि ज्यादातर मुख्य सड़कों के साथ-साथ अंदरूनी इलाकों में भी सड़कों पर बड़ी संख्या में मवेशी बैठे दिखाई देते हैं। जबकि 42 लाख रुपए की लागत से बनाए गए गोठान में मवेशी ना के बराबर हैं। यह गौठान परपा में बनाया गया है।
पहले से छीना, दूसरे ने शुरू नहीं किया काम
इस गोठान के संचालन का जिम्मा महिला स्व सहायता समूह को दिया गया था, अब इसे बदलकर एक नई एजेंसी को संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन नई एजेंसी ने भी काम शुरू नहीं किया है, लिहाजा शहर से मवेशियों को गोठान नहीं ले जाया जा रहा है। मवेशियों की सड़कों पर मौजूदगी से हादसे की आशंका भी बनी रहती है। रात के वक्त कई बार लोग हादसों के शिकार भी हो चुके हैं। दूसरी तरफ निगम का कहना है कि अभियान में काम किया जा रहा है और जल्द ही शहर की सड़कों को मवेशी मुक्त बनाया जाएगा। पिछले दिनों इसी सिलसिले में पालतू पशुओं को पहचान कर मालिकों पर जुर्माना भी लगाया गया है, जिन्होंने सड़कों पर मवेशी को छोड़ दिया था।
निगम आयुक्त की अजीबो गरीब दलील
निगम आयुक्त दिनेश नाग ने कहा कि रोका-छेका अभियान की शुरुआत तो अच्छी थी लेकिन पशु पालकों की लापरवाही के कारण और गोठानों में जमीन गीली होने के कारण मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं। इसके कारण हादसे की आशंका बनी रहती है। उन्होंने कहा कि इस पर पशुओं के मालिकों और जवाबदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए। देखिए वीडियो-
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS