फर्जी अंकसूची के जरिए सरकारी नौकरी : औषधालय सेवक के पद पर सालों की नौकरी, अब आयुर्वेद अधिकारी ने कर्मचारी को किया बर्खास्त

फर्जी अंकसूची के जरिए सरकारी नौकरी : औषधालय सेवक के पद पर सालों की नौकरी, अब आयुर्वेद अधिकारी ने कर्मचारी को किया बर्खास्त
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फर्जी अंकसूची प्रस्तुत कर सरकारी नौकरी हथियाने मामला सामने आया है। युवक फर्जी अंकसूची के जरिए सालों तक नौकरी करता रहा। अब उस फर्जी कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। कहां का है मामला पढ़िए पूरी खबर...

प्रेम सोमवंशी/कोटा। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित कोटा में फर्जी अंकसूची प्रस्तुत कर सरकारी नौकरी हथियाने मामला सामने आया है। युवक फर्जी अंकसूची के जरिए सालों तक नौकरी करता रहा। अब उस फर्जी कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। मामला आयुर्वेद विभाग के अंतर्गत कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है।

कर्मचारी शासकीय सेवा से बर्खास्त

मिली जानकारी के अनुसार, औषधालय सेवक के पद पर प्रदीप कुमार माथुर ने वर्ष 2013 में फर्जी अंकसूची के जरिए नौकरी पाई थी। उन्होंने नौकरी के लिए दिए गए आवेदन में पूर्व माध्यमिक समतुल्यता प्रमाण पत्र परीक्षा 2008 की शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। उनका रोल नम्बर 58564 था और उन्हें पूर्णांक 500 में 485 अंक हासिल किए थे। उनकी मार्कशीट को जारी करने वाली संस्था जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण कोरबा से सत्यापन कराया गया। उनकी रिकार्ड में यह नाम और रोल नम्बर दर्ज नहीं होने के कारण उन्होंने मार्कशीट को फर्जी करार दिया। लिहाजा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के प्रावधानों के अनुसार आरोप सिद्ध होने पर जिला आयुर्वेद अधिकारी ने 21 नवम्बर को प्रदीप कुमार माथुर को शासकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।

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