कौशल्या माता मंदिर जीर्णोद्धार की शुरुआत पर होगा भव्य समारोह: नामी गिरामी कलाकार देंगे प्रस्तुतियां

मुम्बई के एक्रोबेटिक नृत्य समूह 'वी अनबीटेबल' का राम कथा पर आधारित नृत्य होगा विशेष आकर्षण
रायपुर। राजधानी रायपुर के समीप ही स्थित चंदखुरी में माता कौशल्या का मंदिर स्थित है। सरकार इसका जीर्णोद्धार करने जा रही है। पर्यटन मंडल के अधिकारियों ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रख्यात कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकार भी अपने कार्यक्रम की प्रस्तुत देंगे। उद्घाटन समारोह में नृत्य, संगीत और लाइट शो के जरिए भगवान श्री राम के वनवास एवं छत्तीसगढ़ में उनके प्रवास की कहानी दिखाई जाएगी। गायिका कविता वासनिक और सुकृति सेन, भारतीय रॉक बैंड इंडियन ओसियन की खास प्रस्तुति होगी। मुम्बई के एक्रोबेटिक नृत्य समूह 'वी अनबीटेबल' राम कथा पर आधारित विशेष नृत्य भी पेश करेगा।
8 और 9 अक्टूबर को होगी राम कथा
उद्घाटन समारोह के बाद 8 और 9 अक्टूबर तक राम कथा और मानस मंडलियों का कार्यक्रम जारी रहेगा। इसमें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आई मानस मंडलियां भाग लेंगी। मानस मंडली, छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परंपरा का अभिन्न अंग है। इस आयोजन में राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों के स्थानीय कलाकारों को भी भाग लेने का मौका दिया जाएगा। इन कलाकारों में वे मंडलियां भी शामिल हैं जो विशुद्ध रूप से रामचरितमानस का गायन करती हैं। एक बड़े जलाशय के बीच बने माता कौशल्या का मंदिर को नया स्वरूप दिया गया है।
75 स्थानों पर हैं राम वन गमन पथ के चिन्ह
राम वन गमन पर्यटन परिपथ विकास परियोजना भगवान राम के वनवास काल की स्मृतियों और लोक-साक्ष्यों से जुड़ी हैं। मान्यता है कि भगवान राम ने 14 वर्षों के वनवास काल में से 10 वर्ष मौजूदा छत्तीसगढ़ में ही बिताए थे। उन्होंने उत्तर छत्तीसगढ़ के बैकुण्ठपुर जिले से इस अंचल में प्रवेश किया था। प्रदेश के विभिन्न स्थलों पर प्रवास करते हुए सुकमा जिले से दक्षिण भारत की ओर चले गए। तत्कालीन समय में दण्डकारण्य के रूप में जाने वाले छत्तीसगढ़ में भगवान राम के वन गमन पथ पर स्थित 75 स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर उन्होंने या तो प्रवास किए थे या फिर ये उनके महत्वपूर्ण पड़ावों में शामिल थे। राज्य सरकार ने पूरे राम वन गमन परिपथ और भगवान राम से संबंधित स्थलों के विकास की योजना तैयार की गई है। पहले चरण में स्थलों का पर्यटन तीर्थ के रूप में विकास और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इनमें से चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर काम पूरा हो चुका है।
भगवान राम का ननिहाल है छत्तीसगढ़
राजधानी रायपुर से करीब 20 किमी दूर चंदखुरी गांव को भगवान राम की माता कौशल्या का जन्म स्थान माना जाता है। इसकी वजह से यह अंचल भगवान राम की ननिहाल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां माता कौशल्या का एक मंदिर है। इसे दुनिया का एकमात्र कौशल्या मंदिर बताया जाता है। एक बड़े तालाब के बीचों-बीच स्थित प्राचीन काल के इस मंदिर परिसर का हाल ही जीर्णोद्धार किया गया है।
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