Guru Baba Ghasidas Jayanti : सीएम साय ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं, कहा- बाबा घासीदास जी का जीवन मानव जाति के लिए कल्याणकारी और अनुकरणीय

रायपुर। गुरु घासीदास जयंती (guru ghasidas jayanti) पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय ने प्रदेश वासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि, बाबा गुरू घासीदास जी ने अपने उपदेशों से सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भावना का मार्ग दिखाया। ’मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश दिया। शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ सामाजिक समरसता और सबके उत्थान की दिशा में काम किया। उन्होंने कहा कि, उनका जीवन दर्शन और विचार मूल्य पूरी मानव जाति के लिए कल्याणकारी है और अनुकरणीय है।
गुरु घासीदास ने छत्तीसगढ़ राज्य की संत परंपरा में अहम भूमिका निभाई है। वे 'सतनाम पंथ' (satnaam panth) के संस्थापक हैं। उन्होंने बचपन से ही समाज में व्याप्त कुप्रथाओं का विरोध किया। उन्होंने जीव हत्या का विरोध कर सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। बाबा गुरु घासीदास का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में गिरौद नामक ग्राम में हुआ था।
समाज सुधारक के तौर पर निभाई अहम भूमिका
उनका जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज को एकता, भाईचारे और समरसता का संदेश दिया। वे वैरागी स्वभाव के थे और सरल जीवन जीते थे। उनके सप्त सिद्धांत अत्यंत प्रचलित और प्रभावी हैं। उन्होंने समाज सुधारक के रूप में अपनी भूमिका निभाई। यही कारण है कि, 18 दिसंबर को सतनामी समाज (satnami society) उनका जन्म उत्सव धूमधाम से मनाता है।
मानवता का संदेश देते हैं बाबा घासीदास
इस दिन पूरे राज्य में श्रद्धा और उत्साह के साथ उत्सव मनाया जाता है। गांवों में मड़ई-मेले का आयोजन किया जाता है। गुरु घासीदास (guru ghasidas) का जीवन-दर्शन मानवता का संदेश देता है। ये आधुनिक युग के सशक्त क्रान्तिदर्शी गुरु थे। इनका व्यक्तित्व ऐसा प्रकाश स्तंभ है, जिसमें सत्य, अहिंसा, करुणा और जीवन का ध्येय उदात्त रुप से प्रकट है। छत्तीसगढ़ शासन ने उनकी स्मृति में सामाजिक चेतना और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में 'गुरु घासीदास सम्मान' स्थापित किया है।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ी में दिया सतनाम संदेश
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने गुरुघासीदास बाबा के जयंती पर प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ी में बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने सतनाम संदेश भी दिया है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने छत्तीसगढ़ी में दिए अपने सतनाम (satnaam) संदेश में कहा कि परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा के जयंती हे। मनखे-मनखे एक समान के संदेश देवइया परम पूज्य गुरु घासीदास बाबा के जयंती के अवसर म जम्मो सामंगवारी मन ल मे जयंती के गाड़ा-गाड़ा बधाई अउ शुभकामना देतत हंव। अउ हम सब मिलके बाबा के बताए रद्दा म चलके छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) ल विकास के दिसा म लेके जाना हे।
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