गुरु घासीदास नेशनल पार्क को टायगर रिजर्व बनाने को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार से चार सप्ताह के भीतर मांगा जवाब

गुरु घासीदास नेशनल पार्क तथा तमोर पिंगला को राज्य का चौथा टाइगर रिजर्व बनाने 18 जून को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से गुरु घासीदास नेशनल पार्क को नया टाइगर रिजर्व बनाने अब तक क्या उपाय किए गए हैं इस संबंध में चार सप्ताह के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा है। उल्लेखनीय है कि गुरु घासीदास नेशनल पार्क को नया टाइगर रिजर्व बनाने हाईकोर्ट में जवाब मांगने के बाद राज्य सरकार ने इस मामले को राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक के एजेंडा में शामिल किया है।
गुरु घासीदास नेशनल पार्क मध्यप्रदेश स्थित संजय डुबारी नेशनल पार्क से जुड़े होने की वजह से इस राष्ट्रीय उद्यान में संजय डुबारी नेशनल पार्क के बाघों की आवाजाही होती रहती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश के वन्यजीव प्रेमी अजय दुबे ने गुरु घासीदास नेशनल पार्क को छत्तीसगढ़ का नया टाइगर रिजर्व बनाने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से इस राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित करने क्या उपाय किए गए हैं, इस संबंध में चार सप्ताह के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
एक वर्ष पूर्व भी कोर्ट ने जवाब मांगा था
उल्लेखनीय है कि एक वर्ष पूर्व हाईकोर्ट ने 20 फरवरी 2020 को सरकार से इस मामले में जवाब मांगा था। मामले में किसी तरह से कोई प्रगति नहीं होती देख गुरु घासीदास नेशनल पार्क को नया टाइगर रिजर्व घोषित करने फायनल नोटिफिकेशन जारी करने चार सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा है।
एप्रूवल के लिए एनटीसीए को भेजेगी
गुरुघासीदास नेशनल पार्क तथा तमोर पिंगला को जोड़कर प्रदेश का नया टायगर रिजर्व बनाना प्रस्तावित है। इस संबंध में राज्य सरकार नोटिफिकेशन जारी कर एप्रूवल के लिए राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण (एनटीसीए) को भेजेगी। एनटीसीए से एप्रूवल मिलने के बाद गुरु घासीदास नेशनल पार्क तथा तमोर पिंगला का टाइगर रिजर्व बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।
झारखंड से महाराष्ट्र तक बनेगा कॉरिडोर
गुरु घासीदास नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद छत्तीसगढ़ से लेकर मध्यप्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र तक बाघों की स्वतंत्र आवाजाही के लिए नया कॉरिडोर विकसित हो जाएगा। गुरु घासीदास-तमोर पिंगला, संजय डुबारी तथा झारखंड स्थित पलामू टाइगर रिजर्व से जुड़ जाएगा। इसके साथ ही यह टाइगर रिजर्व अचानकमार से होते हुए जंगल के अंदरूनी भाग होते हुए उदंती-सीतानदी, इंद्रावती टाइगर रिजर्व होते हुए महाराष्ट्र स्थित पेच नेशनल पार्क से जुड़ जाएगा। कवर्धा स्थित भोरमदेव अभयारण्य होते हुए मध्यप्रदेश स्थित कान्हा टाइगर रिजर्व से जुड़ जाएगा।
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