हाईकोर्ट का पुलिस को निर्देश : कांग्रेस विधायक के नाती के खिलाफ दर्ज हो FIR, सियासी पचड़े में उलझी पुलिस

जशपुर। जशपुर जिले के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पवन अग्रवाल और पत्थलगांव विधायक रामपुकार सिंह के नाती सूरज सिंह के बीच मारपीट के मामले में हाईकोर्ट ने सूरज सिंह के खिलाफ भी एफाईएआर दर्ज करने पुलिस को निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने सूरज सिंह की शिकायत पर पवन अग्रवाल और उनके बेटे के खिलाफ एफआईआईआर दर्ज की है।
पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष पवन अग्रवाल के बेटे डॉ. विकास अग्रवाल ने सरगुजा आईजी और जशपुर एसपी को भेजे गए आवेदन में हाईकोर्ट के निर्देश की कॉपी भी संलग्न की है। डा. विकास अगवाल ने आवेदन में लिखा है कि, जब वे अस्पताल में ड्यूटी कर रहे थे, उसी दौरान सूरज सिंह ने उनके साथ मारपीट की। उन्होंने लिखा है कि, मैंने लिखित शिकायत पत्थलगांव थाने में दी थी, लेकिन मेरी शिकायत पर सूरज सिंह के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब हाईकोर्ट ने डा. विकास अग्रवाल की याचिका पर सुनवाई करते हुए सूरज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
हास्पीटल में हुई थी जमकर मारपीट
उल्लेखनीय है कि, पिछले माह पत्थलगांव सिविल अस्पताल में पदस्थ डॉ. विकास गर्ग और सूरज सिंह के बीच अस्पताल के भीतर ही विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट की नौबत आ गई। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद सूरज सिंह ने कांग्रेस नेता पवन अग्रवाल, उनके बेटे डॉ. विकास अग्रवाल और एक अन्य बेटे के खिलाफ पत्थलगांव थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ मारपीट करने सहित ST-SC एक्ट तहत मामला दर्ज कर लिया था।
डा. विकास ने हाईकोर्ट के निर्देश की कापी सौंपी
उधर डॉ. विकास गर्ग ने भी सूरज सिंह पर ड्यूटी के दौरान उनके साथ मारपीट करने की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इनके शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब डॉ. विकास ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए डॉ. विकास के आवेदन पर सूरज सिंह के विरुद्ध FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। हाईकोर्ट के इस निर्देश की कॉपी संलग्न करते हुए डॉ. विकस ने जशपुर एसपी और सरगुजा आईजी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। अब देखना होगा कि पुलिस सूरज सिंह के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है।
दो सियासी परिवारों के झगड़े में उलझी पुलिस
हालांकि इलाके के सियायी लोगों का कहना है कि मामला रूलिंग पार्टी के विधायक के परिवार से जुड़ा हुआ है, इसलिए पुलिस फूंक फूंक कर कदम रख रही है। उल्लेखनीय है कि पवन अग्रवाल प्रदेश के कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के वरिष्ठ विधायक व कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त रामपुकार सिंह हैं, ऐसे में पुलिस के सामने धर्म संकट की स्थिति बन गई है।
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