जिला और संभागस्तर पर अनावश्यक विलंब, स्वास्थ्य विभाग में सात साल बाद नियमित हुए हजारों कर्मी

स्वास्थ संचालनालय ने सात वर्ष पूर्व नियुक्त ग्रामीण स्वास्थ संयोजक महिला-पुरुष, स्टाफ नर्स, लैब टैक्निशियन, फारमेसिस्ट के पदों पर कार्यरत स्वास्थ कर्मचारियों की प्रोबेशन अवधि समाप्त होने के बाद कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। संचालनालय से मंगलवार को जारी आदेश में जिला एवं संभागीय स्तर के अधिकारियों को कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है ताकि उनकी प्रोबेशन अवधि समाप्ति के बाद उन्हें देय स्वत्वों का शीध्र निराकरण किया जा सके।
संभाग व जिला अधिकारी परिवीक्षा अवधि समाप्ति को पदोन्न्ति के समान कार्यवाही करते हुए दो वर्ष का गोपनीय प्रतिवेदन, अचल संपत्ति आदि का विवरण मंगाकर इसमें देर कर रहे हैं। परिवीक्षा अवधि समाप्ति के पूर्व यदि प्रशिक्षण के दौरान किसी कर्मचारी ने उचित कार्य नहीं किया है तब अधिकारी स्वयं उच्च अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई करने लिख सकते हैं।
2014-15 में हुई थी नियुक्ति
संचालनालय स्वास्थ द्वारा ग्रामीण स्वास्थ संयोजक महिला-पुरुष, स्टाफ नर्स, लैब टैक्निशियन, फारमेसिस्ट के पदों पर नियुक्ति 2014-15 में की थी। उनकी परिवीक्षावधि दो वर्ष निर्धारित थी। अफसरशाही के कारण 7-8 वर्ष सेवा पूर्ण हो जाने के बाद भी परिवीक्षावधि समाप्त करने की कार्यवाही न करने से उनके स्वत्वों जिसमें प्रमुख रूप से वेतनवृद्वि, क्रमोन्नति पदोन्नति दिवंगत होने पर अनुकंपा नियुक्ति के लाभ से वंचित होना पड़ रहा था।
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