प्रशिक्षक के बिना कैसे लें प्रशिक्षण : बसना ITI का बुरा हाल, प्रशिक्षकों के बिना चल रहा प्रशिक्षण केंद्र

प्रशिक्षक के बिना कैसे लें प्रशिक्षण : बसना ITI का बुरा हाल, प्रशिक्षकों के बिना चल रहा प्रशिक्षण केंद्र
X
छात्रों का कहना है कि यहां छात्रों को केवल कक्षा में उपस्थिति लेने के लिए बुलाया जा रहा है। इस कथन से साफ जाहिर होता है कि छात्रों का भविष्य पूरी तरह अंधकार की ओर जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर...

मनहरण सोनवानी-महासमुंद। स्कूलों व कॉलेजों में यदि छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी हो तो छात्रों के लिए पढ़ाई पूरी करना बड़ी चुनौती साबित हो जाती है। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। दरअसल महासमुंद जिला के बसना के एक शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में लंबे समय से थ्योरी, मैथ्स और ड्राइंग विषय के शिक्षकों की कमी से छात्रों का भविष्य अंधकार से जूझ रहा है।

पिछले साल टीएमसी का पाठ्यक्रम पढ़ाया ही नहीं गया

छात्र-छात्राओं का कहना है कि पिछले सत्र 2021-22 से शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बसना में अब तक प्रशिक्षण अधिकारी पदस्थ नहीं हैं। प्रशिक्षण अधिकारी के अभाव में पिछले साल टीएमसी का पाठ्यक्रम पूरा अधूरा रहा गया। इसके परिणाम स्वरूप परीक्षा परिणाम अत्यंत दुखद रहा, फिर भी यहां डीएमसी में नए छात्रों का प्रवेश लिया जा रहा है।

अफसरों और नेताओं को भेजा मांग पत्र

छात्रों का कहना है कि यहां छात्रों को केवल कक्षा में उपस्थिति लेने के लिए बुलाया जा रहा है। इस कथन से साफ जाहिर होता है कि छात्रों का भविष्य पूरी तरह अंधकार की ओर जा रहा है। छात्र अपने अंधकारमय भविष्य को देखते हुए स्थानीय विधायक राजा देवेंद्र बहादुर सिंह, महासमुंद कलेक्टर, नोडल अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर प्रशिक्षण अधिकारी की व्यवस्था करने या किसी दूसरी संस्था जहां डीएमसी में प्रशिक्षण अधिकारी पदस्थ हैं वहां से इस संस्था में वैकल्पिक व्यवस्था करने का मांग कर रहे हैं।

मिला है आश्वासन

वहीं, इस पूरे मामले में स्थानीय विधायक प्रतिनिधि मंजीत सिंह सलूजा का कहना है कि बसना विधायक राजा देवेंद्र बहादुर को हमने संज्ञान में लाया है। उनका एक पत्र उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है। जल्द से जल्द बसना शासकीय आईटीआई कॉलेज में प्रशिक्षकों की व्यवस्था कर दी जाएगी। देखें वीडियो...


Tags

Next Story