रेस्क्यू की राह में रोड़े : एक बार फिर बढ़ा वाटर लेबल, राहुल के मुंह के करीब तक पहुंचा पानी, फिर गांव भर के बोर चालू करवाने दौड़े कई कोटवार

रेस्क्यू की राह में रोड़े : एक बार फिर बढ़ा वाटर लेबल, राहुल के मुंह के करीब तक पहुंचा पानी, फिर गांव भर के बोर चालू करवाने दौड़े कई कोटवार
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बोर के गड्ढे में फंसे राहुल की मुश्किल एक बार फिर बढ़ गई है। जल स्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। बताया जा रहा है कि राहुल के मुंह तक पानी पहुंच गया है। बताया तो यह भी जा रहा है कि पानी से बचने के लिए राहुल संघर्ष कर रहा है। बदले हालात में एक बार फिर से गांव में तत्काल बोर स्टार्ट कराने का आदेश दिया गया है और इसके लिए कोटवार निकल पड़े हैं। पढ़िए पूरी खबर...

जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में फंसे हुए राहुल को 89 घंटे हो चुके हैं। उसको बचाने का प्रयास प्रशासन, सेना और NDRF की टीम कर रही है। बताया जा रहा है कि वे राहुल के काफी करीब है, लेकिन बार-बार चट्‌टान बाधा बन रही है। उसे बाहर निकालने के लिए खुदाई का एंगल थोड़ा बदला गया है। अब टनल के अंदर 2 फीट ऊपर से बनाई जा रही है सुरंग। राहुल को अब टनल के 2 फीट ऊपर से किया जाएगा रेस्क्यू। ऐसा राहुल को चोट लगने से बचाने के लिए किया जा रहा है। लेकिन इसी बीच बताया जा रहा है कि बोर के गड्ढे में फंसे राहुल की मुश्किल एक बार फिर बढ़ गई है। जल स्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। बताया जा रहा है कि राहुल के मुंह तक पानी पहुंच गया है। बताया तो यह भी जा रहा है कि पानी से बचने के लिए राहुल संघर्ष कर रहा है। बदले हालात में एक बार फिर से गांव में तत्काल बोर स्टार्ट कराने का आदेश दिया गया है और इसके लिए कोटवार निकल पड़े हैं।

इससे पहले राहुल का सही लोकेशन ट्रेस करने के लिए VLC ( एक प्रकार का अत्याधुनिक कैमरा ) का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए दीवार में एक बड़ा सा छेद किया गया। और फिर उसी के सहारे कैमरे को अंदर डाला गया। इस विशेष कैमरे से दीवार या चट्टानों के उस पार से आने वाली आवाजों को आसानी से सुना जा सकता है। कैमरे से आवाज सुनकर रेस्क्यू को आसान बनाया जाएगा। जवान इस VLC कैमरे की जांच कर आवश्यक तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले जवानों ने वायब्रेटर का इस्तेमाल किया था। वहीं राहुल की हालत फिलहाल ठीक नहीं है। उसे सुबह फ्रूटी पीने के लिए दी गई, पर उसने नहीं लिया। हालांकि प्रशासन का कहना है कि राहुल की हालत डल जरूर है, पर ठीक है। हम उसकी आवाज सुन पा रहे हैं। इस बीच कलेक्टर भी टनल देखने के लिए मौके पर पहुंचे। वहां से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।

चट्टानों का मुकाबला फौलादी इरादों से : सीएम बघेल

इस बीच सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि मामला संवेदनशील है, इसलिए रेस्क्यू टीम सावधानी से आगे बढ़ रही है। चट्टानों का मुकाबला हम अपने फौलादी इरादों से कर रहे हैं। दूसरी ओर प्रशासन ने आसपास के 200 मीटर एरिया को खाली कराकर बैरिकेडिंग कर दी है।

कॉरिडोर बनाकर पहुंचाया जाएगा अपोलो अस्पताल बिलासपुर

जैसे ही राहुल बोर के गड्ढे ने निकाला जाएगा उसे अस्पताल तक ले जाने की पूरी तैयारी हो गई है। राहुल को बाहर लाते ही एंबुलेंस से बिलासपुर ले कर जाया जाएगा। जहां अपोलो अस्पताल में उसे भर्ती किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहुल को रेस्क्यू के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ले जाने का काम पूरा हो गया है। अब बस उसके बाहर आने का इंतजार है। इसे लेकर मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया है।




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