अंगूठा नहीं तो राशन नहीं : कुष्ठ रोग पीड़ित बुजुर्ग महिला को नहीं मिल रहा सरकारी राशन, बायोमेट्रिक सेंसर पर अंगूठा लगाने में बाधा बनी बीमारी

अंगूठा नहीं तो राशन नहीं : कुष्ठ रोग पीड़ित बुजुर्ग महिला को नहीं मिल रहा सरकारी राशन, बायोमेट्रिक सेंसर पर अंगूठा लगाने में बाधा बनी बीमारी
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कुष्ठ रोग से पीड़ित महिला को छुआछूत की बीमारी के कारण हाथ के अंगूठे का प्रिंट नहीं लिया जा रहा है, जिसके कारण उसे सरकारी राशन मिलने में असुविधा हो रही है। अब उसे भूखे मरनले की नौबत आ गई है। और क्या-क्या हो रहा... पढ़िए पूरी खबर ...।

रविकांत सिंह राजपूत-मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ का नवनिर्मित जिले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के अंतर्गत आने वाले विकासखंड भरतपुर में एक कुष्ठ रोग से पीड़ित बुजुर्ग महिला के लिए बीमारी मुसीबत बन गई है। वह बीमारी से परेशान तो है ही, लेकिन अब उसके सामने खाद्य सामग्री की भी समस्या आ गई है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के दुकान संचालक द्वारा कुष्ठ रोग से पीड़ित महिला को छुआछूत की बीमारी के कारण हाथ के अंगूठे का प्रिंट नहीं लिया जा रहा है, जिसके कारण उसे सरकारी राशन मिलने में असुविधा हो रही है। अब उसके भूखे मरने की नौबत आ गई है।

विकासखंड भरतपुर के ग्राम पंचायत चांटी की रहने वाली बुजुर्ग महिला नाम तुलसिया साहू है, जो कुष्ठ रोग की बीमारी के कारण राशन के लिए भटकने को मजबूर है। शारीरिक रूप से कुष्ठ रोग से प्रभावित और विकलांग होने के कारण इस महिला की ओर शासन-प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्यान नहीं जा रहा है। अब महिला अपने जीवन यापन के लिए दर-दर भटक रही है।

बुजुर्ग महिला को खाने के लाले पड़े

महिला कुष्ठ रोग से इतनी ज्यादा प्रभावित है कि अब खाने के लाले भी इसके सामने आ पड़ा है, लेकिन जिस महिला को कुष्ठ रोग की बीमारी है। लोगों का कहना है कि उसे कुष्ठ रोग है तो क्या शासन द्वारा उसे सरकारी राशन नहीं दिया जायेगा। वह अपनी बीमारी पर अपने ही प्राणों का त्याग कर दे। इस मामले में जब गांव की सरपंच श्यामकली पाव से बात की गई तो सरपंच अपने घर पर ही सरकारी खाद्य राशन की दुकान को संचालित कर रही हैं।

बायोमेट्रिक सेंसर पर अंगूठा लगाने के बाद ही राशन दूंगी : सरपंच

सरपंच का कहना है कि 8 महीने तक खाद्य सामग्री तुलसिया बाई को दी गई है, लेकिन उसका जब तक बायोमेट्रिक सेंसर पर अंगूठा नहीं लगेगा, तब तक मैं उसे राशन नहीं दूंगी। शासन की ओर से जो नोटिस मुझे मिली है, इस कारण मैं उसे खाद्य सामग्री नहीं दे रही हूं। अब देखना यह होगा की शासन-प्रशासन इस कुष्ठ रोग महिला को राशन देती है या उसे अपने प्राणों की आहुति देने पर मजबूर करती है।

छुआछूत की बीमारी मानते हैं लोग

लोग बुजुर्ग महिला को छुआछूत की बीमारी के कारण अपने से दूर करते हैं। महिला अपने प्राणों की आहुति देकर इस बीमारी से छुटकारा पाएं या फिर शासन इसे खाद्यान्न सामग्री देकर जीवन यापन में सहयोग करे।

जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई होगी : एसडीएम

इस मामले में भरतपुर एसडीएम मूलचंद चोपड़ा से फोन के माध्यम से बात की गई तो उनका कहना है कि मैं जांच के आदेश फूड इंस्पेक्टर को प्रेषित कर दिया हूं, जो जांच में रिपोर्ट आएगी उसी आधार पर उस पर कार्रवाई की जाएगी। देखिए वीडियो ...


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