अवैध रेत उत्खनन : माफिया महानदी का सीना कर रहे छलनी, नदी तट के सैकड़ों पेड़ गायब, दफनाए गए शव की भी कर रहे दुर्गति

अवैध रेत उत्खनन : माफिया महानदी का सीना कर रहे छलनी, नदी तट के सैकड़ों पेड़ गायब, दफनाए गए शव की भी कर रहे दुर्गति
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रेत माफियाओं का आतंक इस कदर व्याप्त है कि माफिया एनजीटी और वन विभाग के नियमों को ही नहीं तोड़ रहे, बल्कि मानवता को भी तार-तार कर रहे हैं। सवा दशक पहले ग्राम पंचायत और वन विभाग की ओर से बनाए गए नर्सरी के सैकड़ों पेड़ों को उखाड़कर रेत निकाल पर्यावरण के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...

यशवंत गंजीर/कुरुद। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित कुरूद क्षेत्र के ग्राम परखंदा में रेत माफियाओं का आतंक इस कदर व्याप्त है कि माफिया एनजीटी और वन विभाग के नियमों को ही नहीं तोड़ रहे, बल्कि मानवता को भी तार-तार कर रहे हैं। सवा दशक पहले ग्राम पंचायत और वन विभाग की ओर से बनाए गए नर्सरी के सैकड़ों पेड़ों को उखाड़कर रेत निकाल पर्यावरण के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे हैं। वहीं निर्धारित गहराई से ज्यादा खुदाई कर नदी में दफनाए गए शवों तक की दुर्गति कर मानवता को शर्मसार कर रहे हैं।

गौरतलब है कि, गांव में बहुत लंबे समय से नियमों के विरुद्ध रेत खनन चल रहा है। इससे परेशान ग्रामीणों ने रेत खदान से नियम विरुद्ध हो रहे उत्खनन के खिलाफ एकजुट होकर मंगलवार रात सड़क पर उतरे। इसके बाद परिवहन और खुदाई में लगी वाहनों को रोक जमकर प्रदर्शन किया। मापदंड के विरुद्ध खनन कर रहे चैन माउंटेन तथा परिवहन कर रहे तीन ओवर लोड हाइवा वाहन को रोकवाकर प्रशासन को कार्यवाही करने पर मजबूर कर दिया था।

नदी तट की नर्सरी को भी पहुंचाया क्षति

नियमों की अनदेखी कर अवैध रूप से हो रहे रेत उत्खनन से परेशान ग्रामीणों ने नियमों के विरुद्ध तथा निर्धारित सीमा से अधिक रेत के उत्खनन और सन 2010 में डेढ़ किलो मीटर नदी तट की नर्सरी में लगाए गए पेड़ जो अब बड़े हो चुके हैं, उसके सैकड़ों पेड़ों को जेबीसी से उखाड़कर पर्यावरण के नियमों को भी तोड़ा गया।

सीमांकन की मांग पर अधिकारियों का ध्यान नहीं

इन सबके खिलाफ ग्राम जन विकास समिति परखंदा के चम्पेश्वर सोनकर देवेंद्र साहू, रमेश साहू, भारत पटेल, दिलीप यादव, नरेंद्र, अजय साहू, भोज निषाद, अखिलेश साहू, लखन निर्मलकर, नंदू साहू, दुलेश पाड़े आदि ने पूर्व में कई बार ग्राम पंचायत से लेकर तहसीलदार, एसडीएम और कलेक्टर तक को शिकायत का ज्ञापन सौंप रेत खनन के सीमांकन किए जाने की मांग की थी। लेकिन हर बार की अनदेखी हो रही थी। इसके कारण ग्राम समिति को विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा। देखिए वीडियो-

जिम्मेदार लोग नहीं उठाते फोन

इस संबंध में सूचना देने और उनका पक्ष रखने खनिज विभाग के अधिकारियों को कई बार फोन लगाया गया, लेकिन अधिकारी द्वय श्री पैकरा और भुआर्य दोनों ने ही कॉल रिसीव नहीं किया।

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