लंदन में राहुल से पूछा गया हसदेव अरण्य पर सवाल : एक छात्र ने पूछा-आपने पहले आदिवासियों की मुहिम का समर्थन किया, फिर अब अनुमति कैसे मिल गई...

लंदन में राहुल से पूछा गया हसदेव अरण्य पर सवाल : एक छात्र ने पूछा-आपने पहले आदिवासियों की मुहिम का समर्थन किया, फिर अब अनुमति कैसे मिल गई...
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एक स्टूडेंट्स ने राहुल से पूछा कि कुछ साल पहले आपने हसदेव अरण्य क्षेत्र में आदिवासियों से कहा था कि वे वह उनके अधिकारों की रक्षा के लिए और कोयला खनन के खिलाफ उनके साथ खड़े रहेंगे। लेकिन अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है, तब वनों की कटाई और खदानों के विस्तार की अनुमति कैसे मिल रही है। क्या था इस पर राहुल का जवाब... पढ़िए...


रायपुर। हसदेव अरण्य का मुद्दा दिन पर दिन विश्वव्यापी होता जा रहा है। दुनियाभर के कई देशों में प्रदर्शन के बाद कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लंदन दौरे के दौरान वहां के छात्रों ने भी इस मसले पर सवाल पूछे हैं। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी से स्टूडेंट ने इसके बारे में सवाल किया। जवाब में राहुल गांधी ने कहा, में इस मुद्दे पर पार्टी के भीतर बात कर रहा हूं। उम्मीद है कि जल्द ही कोई हल निकलेगा।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों लंदन में हैं। इस दौरान राहुल ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में आयोजित संवाद में हिस्सा लिया। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के "कॉर्पस क्रिस्टी कॉलेज' में आयोजित "इंडिया@75' कार्यक्रम में ज्यादातर भारतीय मूल के छात्र शामिल हुए। वहां एक स्टूडेंट्स ने राहुल से पूछा कि कुछ साल पहले आपने हसदेव अरण्य क्षेत्र में आदिवासियों से कहा था कि वे वह उनके अधिकारों की रक्षा के लिए और कोयला खनन के खिलाफ उनके साथ खड़े रहेंगे। लेकिन अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है, तब वनों की कटाई और खदानों के विस्तार की अनुमति कैसे मिल रही है। इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा, वे इस मुद्दे पर पार्टी के भीतर ही बात कर रहे हैं। जल्दी ही इसका नतीजा सामने आएगा।

उल्लेखनीय है कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में खनन गतिविधियों के खिलाफ आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। कई संगठन अलग-अलग मंचों से इसका विरोध कर रहे हैं। परसा कोल ब्लॉक से प्रभावित गांवों के लोग वहां करीब तीन महीनों से धरने पर बैठे हैं। वहीं ग्रामीण जंगलों में पेड़ों की रखवाली करते घूम रहे हैं। अदालतों में भी इससे जुड़े मामले चल रहे हैं।

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