बूढ़ापारा धरनास्थल पर तीन प्रदर्शन, 4 घंटे पूरा इलाका जाम, हालाकान हुए राहगीर

रायपुर के बूढ़ापारा के धरनास्थल पर मंगलवार को इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन, नक्सल पीड़ित परिवार और छत्तीसगढ़ प्रतियोगी संघर्ष मंच के एक ही दिन में 3 धरना प्रदर्शन से न सिर्फ घंटों तक जाम लगा रहा बल्कि गाड़ियों के हार्न और प्रदर्शनकारियों के शोर से स्थानीय रहवासियों सेे लेकर राहगीर तक हलाकान हो गए। 4 घंटे तक धरनास्थल और इसके आसपास सड़कों से पैदल गुजरना भी मुश्किल हो रहा था। यही नहीं बल्कि गलियों में भी वाहनों का हुजूम दिनभर आवाजाही करता रहा। हालांकि पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए थे लेकिन भीड़ ज्यादा होने से उसे नियंत्रित करने में उनके भी पसीने छूट गए।
सीजीपीएससी के खिलाफ नारेबाजी, अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन
प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए अभ्यर्थियों ने एक स्वर में प्रारंभिक परीक्षा के संशोधित मॉडल आंसर में सुधार कर चयन सूची नए सिरे से जारी करने की मांग की। उनका कहना है कि विशेषज्ञों की गलती पर उनकी जवाबदेही सुनिश्चित की जाए और उन पर कार्रवाई का प्रावधान हो। जगदलपुर से आए अभ्यर्थी अविनाश जाधव ने कहा कि इस बार सीजीपीएससी में 4 प्रश्नाें के गलत आंसर आए और तीन प्रश्नों को विलोपित किया गया।
एक प्रश्न सिलेबस से बाहर का पूछा गया। इस तरह अभ्यर्थियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का काम सीजीपीएससी कर रहा है। प्रदर्शन में शामिल अरूण शुक्ला ने आयोग द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के स्तर का मानकीकरण करने की जरूरत बताई। साथ ही 5 से ज्यादा प्रश्नों के गलत उत्तर को लेकर नाराजगी जताई।
प्रदेशभर से आए प्रभावित अभ्यर्थियों ने धरनास्थल पर सीजीपीएससी मुर्दाबाद के नारे लगाए। धरना प्रदर्शन के बाद अभ्यर्थी छत्तीसगढ़ प्रतियोगी संघर्ष मंच के बैनर तले रैली निकालने रवाना हुए तो प्रदर्शनकारियों की भीड़ को पुलिस ने स्मार्ट सिटी दफ्तर के सामने बेरिकेड्स लगाकर रोक दिया। अभ्यर्थियों ने 12 सूत्रीय मांगों के संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
फार्मासिस्टों ने किया काम ठप, 4 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल
इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन के आव्हान पर प्रदेशभर के फार्मासिस्ट मंगलवार को हड़ताल पर रहे। 4 सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी में धरना-प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। प्रदेश के 6232 सरकारी अस्पतालों में फार्मासिस्ट के रिक्त पदों पर भर्ती करने की मांग जोर-शोर से की गई। इसके साथ ही शासकीय फार्मासिस्टों का स्टार्टिंग ग्रेड-पे 4200 करने एवं छत्तीसगढ़ में फार्मासिस्ट कैडर का निर्माण करने आवाज बुलंद की।
इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन छत्तीसगढ़ शाखा के प्रदेश सचिव राहुल वर्मा ने बताया कि प्रदेशव्यापी हड़ताल से राज्यभर में दवा वितरण का काम प्रभावित हुआ है। जिला अस्पताल और एम्स मेकाहारा से फार्मासिस्ट मांगों का समर्थन करने आए हैं। प्रदेशभर में पंजीकृत फार्मासिस्टों की संख्या 19 हजार है। इन्हें अस्पतालों में रिक्त पदों पर नौकरी दी जाए।
नक्सल पीड़ित परिवारों ने दिया धरना
प्रदेश के राजनांदगांव जिले और कांकेर जिले के कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर से नक्सल पीड़ित परिवार राजधानी में मंगलवार को दूसरे दिन भी धरने पर बैठे। उन्होंने शासन की योजनाओ का लाभ दिलाने और प्रभावित परिवारों के पुर्नवास एवं आत्मसमर्पित नक्सली के परिवार को इनाम की राशि दिलाने की मांग की।
राजनांदगांव से पहुंचे विजयप्रकाश गुप्ता ने कहा है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नक्सल पीड़ित पुनर्वास योजना 2004 में बनाई गई। जिसमें समय-समय पर संशोधन हुआ है पर इसका लाभ नक्सल हिंसा पीड़ित परिवार को शासन की तरफ से नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में 10 फरवरी को मुख्यमंत्री कार्यालय में जाकर लिखित आवेदन भी दिया गया पर ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए मजबूरन धरना-प्रदर्शन कर अपनी बात शासन तक पहुंचा रहे हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS