दिखावे की सुविधा, जीएम को दिखाने के लिए स्टेशन पर यात्रियों के लिए लगाईं कुर्सियां, अगले दिन गायब

दिखावे की सुविधा, जीएम को दिखाने के लिए स्टेशन पर यात्रियों के लिए लगाईं कुर्सियां, अगले दिन गायब
X
रेलवे महाप्रबंधक के दौरे के मद्देजनर रायपुर स्टेशन पर यात्री सुविधाओं व इंफ्रास्ट्रक्चर के बेहतर इंतजाम एवं रखरखाव के दिखावे की अगले ही दिन पोल खुल गई। प्लेटफार्म पर यात्रियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगाई गई प्लास्टिक की कुर्सियां शनिवार को गायब हो गईं।

रेलवे महाप्रबंधक के दौरे के मद्देजनर रायपुर स्टेशन पर यात्री सुविधाओं व इंफ्रास्ट्रक्चर के बेहतर इंतजाम एवं रखरखाव के दिखावे की अगले ही दिन पोल खुल गई। प्लेटफार्म पर यात्रियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगाई गई प्लास्टिक की कुर्सियां शनिवार को गायब हो गईं। साथ ही स्टेशन परिसर से लेकर प्लेटफार्मों और टिकट आरक्षण केंद्रों एवं यात्री प्रतीक्षालयों व पार्किंग स्टैंड सभी जगह पहले की तरह साफ-सफाई में अव्यवस्था नजर आई।

बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार को रेलवे जीएम गौतम बैनर्जी रायपुर रेलमंडल के रायपुर स्टेशन सहित अन्य तीन सेक्शन के वार्षिक निरीक्षण पर पहुंचे थे। इस दौरान रायपुर रेलमंडल के अधिकारियों ने जीएम को दिखाने स्टेशन को रातों-रात चकाचक कर दिया। जीएम के निरीक्षण के बाद स्टेशन की व्यवस्था पुराने ढर्रे पर लौट आई।

गौरतलब है कि स्टेशन पर रायपुर रेलमंडल के अधिकारियों द्वारा श्रमिक ट्रेनों व यात्री स्पेशल ट्रेनों के परिचालन के शुरुआती दौर पर दिखावे मात्र के लिए प्लास्टिक की कुर्सियां प्लेटफार्म पर लगाई गई थीं। उसके बाद कुर्सियां प्लेटफार्म से हटा दी गईं। जीएम के दौरे के दिन फिर से प्लेटफार्म नंबर 1 पर प्लास्टिक की कुर्सियाेें से प्लेटफार्म को सजाकर स्टेशन में बेहतर इंतजाम का दिखावा किया गया।

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं

कोरोना काल में प्लेटफार्म पर सोशल डिस्टेंसिंग के हिसाब से बैठक व्यवस्था नहीं हाेने के कारण यात्रियों को एक साथ चिपककर प्लेटफार्म पर बने चबूतरों पर बैठना पड़ रहा है। वहीं प्लेटफार्म के अंदर लगी स्टील के आरामदायक कुर्सियां कम पड़ रही हैं। इधर प्लेटफार्म के बाहर वीआईपी गेट व टिकट काउंटर गेट नंबर-2 पर यात्री ठंड के मौसम में भी जमीन पर बैठने को मजबूर हैं।

सुरक्षा इंतजाम ढीलढाल

रेलवे महाप्रबंधक के आने पर रेलवे सुरक्षा बल के बड़े अधिकारियों से लेकर आरक्षक तक सभी स्टेशन में मुस्तैदी से डटे रहे पर दूसरे दिन स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था वापस अपने पुराने ढर्रे पर दिखी। चाहे स्टेशन के गुढ़ियारी ओर का गेट हो या स्टेशन का पार्सल गेट हो या टिकट आरक्षण केंद्र सभी जगहों पर सुरक्षा इंतजाम ढीला-ढाला छोड़ दिया गया। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले स्टेशन की सुरक्षा पर सेंध मारकर स्पेशल ट्रेनों में महिला यात्रियों से उठाईगिरी और पॉकिटमारी की घटना हो चुकी है।

यात्री प्रतीक्षालय में बिखरा प्लास्टिक कचरा

रायपुर स्टेशन काे हाइजेनिक बनाने का दावा किया जाता है पर यात्री प्रतीक्षालय में फूड पैकेट्स के रैपर यानी प्लास्टिक कचरा कोने में बिखरा पड़ा है। हालांकि यह कचरा यात्रियों द्वारा ही फैलाया गया है पर ऐसे यात्रियों पर नजर रखने व गंदगी होने पर तत्काल उसकी सफाई कराने की जिम्मेदारी रेलवे अधिकारियों की ही है। जीएम के वार्षिक निरीक्षण के दिन तो स्टेशन के आटो स्टैंड से लेकर प्लेटफार्म के कोने-कोने तक सफाईकर्मियों को सफाई करते देखा गया पर अगले दिन फिर से स्टेशन पुराने हालात में पहुंच गया।

Tags

Next Story