जून में पांच हजार बेटिकट यात्री रेलवे को दे गए 25 लाख जुर्माना

जून में पांच हजार बेटिकट यात्री रेलवे को दे गए 25 लाख जुर्माना
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कोरोनाकाल के दौरान यात्री ट्रेनों का परिचालन जारी रहा। रेलवे ने ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन बनाई। इसमें यह स्पष्ट किया है कि वेटिंग टिकट वाले यात्री ट्रेन में सफर करना तो दूर प्लेटफार्म में प्रवेश भी नहीं कर सकते लेकिन रेलवे और आरपीएफ यात्रियों से इस नियम का पालन नहीं करा सके। यह हकीकत तब सामने आई जब रायपुर रेलवे के जांच विभाग ने ट्रेनों में टिकट जांच की।

कोरोनाकाल के दौरान यात्री ट्रेनों का परिचालन जारी रहा। रेलवे ने ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन बनाई। इसमें यह स्पष्ट किया है कि वेटिंग टिकट वाले यात्री ट्रेन में सफर करना तो दूर प्लेटफार्म में प्रवेश भी नहीं कर सकते लेकिन रेलवे और आरपीएफ यात्रियों से इस नियम का पालन नहीं करा सके। यह हकीकत तब सामने आई जब रायपुर रेलवे के जांच विभाग ने ट्रेनों में टिकट जांच की।

1 से 30 जून के बीच ट्रेनों में टिकट जांच के दौरान 5020 यात्री ऐसे मिले जिसके पास टिकट ही नहीं थे जिससे लाखों रुपए वसूले गए। जून माह से ट्रेन और यात्री बढ़ने लगे थे। सफर करने वालों में मजदूरों की संख्या अधिक थी। जांच दल के अनुसार बिहार व ओडिशा और हैदराबाद जाने वाली ट्रेनों में अधिकांश बेटिकट यात्रियाें से जुर्माना वसूला गया है।

लाख दे गए बिना टिकट धारी

ट्रेन में बेटिकट मिले यात्रियों से रेलवे को आय टिकट लेने वालों के करीब पहुंच गई। अप्रैल और मई में जितने यात्रियों ने टिकट नहीं खरीदा, उससे अधिक जून माह में रेलवे ने बेटिकट यात्रियों से जुर्माना वसूल लिया। टिकट जांच दल ने जून माह में सघन टिकट जांच अभियान चलाया। इस दौरान 5020 बेटिकट यात्रियों से 25 लाख 18 हजार 805 रुपए वसूले गए।

जून महीने में हर दस दिन में वसूली का आंकड़ा तीन गुना बढ़ा मिला। पहले 10 दिन 4 लाख 93 हजार 820, 11 से 20 जून के बीच 8 लाख 9 हजार 145 और 21 से 30 जून के बीच 12 लाख 15 हजार 840 रुपए टीटीई ने बेटिकट यात्रियों से वसूले। इन सभी यात्रियों को रायपुर मंडल की सीमा से गुजरने वाली ट्रेनों में पकड़ा गया। एक हजार से ज्यादा ट्रेनों के हर कोच में सफर कर रहे यात्रियों की जांच की गई। अप्रैल और मई की तुलना में जून माह में टीटीई ने दोगुने बेटिकट यात्रियों को पकड़ा। जुलाई माह में यात्री बढ़ने से इन आंकड़ों में इजाफा होने की संभावना है।

वेटिंग टिकट पर यात्रा करते मिले

कोरोनाकाल के दौरान तय किए गए रेलवे नियम के मुताबिक आरक्षण चार्ट बनने के बाद जिन यात्रियों का टिकट कंफर्म नहीं होता उनका टिकट खुद-ब-खुद रद्द हो जाएगा। फिर भले ही वह टिकट काउंटर से लिया गया हो या फिर ऑनलाइन बुक कराया गया हो। ट्रेनों में की गई जांच के दौरान अधिकांश यात्रियों के पास टिकट नहीं मिला तो कई ऐसे यात्री भी थे जो वेटिंग टिकट पर यात्रा करते मिले। टिकट जांच करने वाले टीटीई ने यात्रियों को बताया कि कंफर्म न होने की वजह से यह टिकट रद्द हो गया है और इसका रिफंड मिलेगा। जनरल कोच में टिकट जांच के दौरान कई मजदूर वेटिंग टिकट के साथ सफर करते मिले। जांच दल ने कोरोना नियम पालन नहीं करने पर यात्रियों से लाखों रुपए वसूले।

25 लाख वसूले

1 से 30 जून के बीच ट्रेनों में टिकट जांच के दौरान 5020 यात्री बिना टिकट मिले जिससे 25 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया। रेलवे गाइडलाइन का पालन कराने टिकट जांच दल ने जून माह में सघन जांच अभियान चलाया। स्टेशन के अलावा टीटीई ट्रेन में जांच कर बेटिकट यात्रियों को पकड़कर जुर्माना वसूली की कार्रवाई कर रहे हैं।



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