अवैध हथियारों के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश : 2 पिस्टल के साथ 3 आरोपी पकड़े गए, संजू त्रिपाठी हत्याकांड से भी जुड़े तार

अमित गुप्ता- रायगढ़। जूटमिल पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैंड के पास से एक संदिग्ध युवक को पिस्टल, बंदूक के साथ पकड़ा है। उससे पूछताछ कर इस मामले में दो और लोगों की गिरफ्तारी की गई। तीनों आरोपियों से 3 पिस्टल, 5 राउंड भरी हुई गोलियां, 3 मोबाइल जब्त कर, आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, कुछ लोग शहर में अवैध रूप से हथियारों की तस्करी कर रहे थे। पुलिस की कार्रवाई जारी थी, इसी दौरान मुखबिर सूचना के आधार पर पुलिस ने 16 दिसंबर की शाम को ट्रांसपोर्टनगर बस स्टैंड के पास एक संदिग्ध युवक को पिस्टल बंदूक के साथ पकड़ा। आरोपी युवक नरेश उर्फ नानू यादव पिता नान्हे लाल यादव उम्र 26 साल साकिन धांगरडीपा थाना कोतवाली रायगढ़ के कब्जे से एक 7.65 एमएम सिल्वर रंग देसी पिस्टल, एक खाली मैगजीन, एक सैमसंग कंपनी का मोबाइल जप्त कर आरोपी पर आर्म्स एक्ट के तहत पुलिस चौकी जूटमिल में कार्यवाही की। जिसके बाद आरोपी को जुडिशियल रिमांड पर भेजा गया।

बिलासपुर की वारदात के बाद सजग हुई पुलिस
बीते सप्ताह बिलासपुर जिले में हुई गंभीर वारदात के बाद से एसपी अभिषेक मीना ने आरोपी से जप्त हथियार के संबंध में अवैध हथियार बेचने वाले सिंडिकेट, उनके सप्लाई चैन और पूरे संगठन का पता लगाने के निर्देश एडिशनल एसपी संजय महादेवा, सीएसपी अभिनव उपाध्याय और साइबर सेल की टीम को दिया था। सायइबर सेल की टीम ने पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की, पूछताछ के दौरान आरोपी नरेश ने रायगढ़ निवासी यूसुफ हुसैन, चांदनी चौक बाबूपारा के पास से 1 पिस्टल और 3 राउंड को 8-9 माह पहले 50,000 रुपए में खरीदने की बात बताई।
झारखंड का है सप्लायर
इसके बाद सायइबर सेल की टीम आरोपी यूसुफ हुसैन के घर पहुंची, लेकिन यूसुफ वहां पर नहीं था। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कल शाम साइबर सेल और जूट मिल पुलिस की टीम ने युसूफ हुसैन और उसके एक साथी को रेलवे स्टेशन के पास से घेराबंदी कर पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी युसूफ हुसैन ने बताया कि उसके साथ जो युवक है वह हथियारों का मुख्य सप्लायर एजाज उर्फ राजू है। वह पलामू झारखंड का रहने वाला है। दोनों पकड़े जाने के डर से रायगढ़ से कोलकाता और कोलकाता से बंग्लादेश की ओर फरार होने की योजना से रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। दोनों को हिरासत में लेकर चौकी लाया गया जहां उनसे विस्तृत में पूछताछ करने पर अवैध हथियारों की खरीदी-बिक्री का खुलासा हुआ। अब आर्म्स एक्ट के तहत तीनों पर कार्रवाई की जा रही है।
बिलासपुर में संजू हत्याकांड के लिए इन्हीं लोगों ने दिलवाये थे पिस्टल
युसूफ ने पूछताछ पर बताया कि इसी साल अक्टूबर में दोबारा डाल्टनगंज जाकर एजाज अंसारी से उसने 1 पिस्टल और 16 राउंड गोलियां खरीदा था और अपने पास ही रखा था। पिस्टल के लिए ग्राहक नहीं मिल रहा था, इसी बीच उसका संपर्क बिलासपुर निवासी प्रेम श्रीवास से बना। उसने गोलियों की राउंड खरीदने में इंटरेस्ट दिखाया, जिसे उसने 14 राउंड को प्रति राउंड 500-500 रुपए में सौदा तय कर बेचा था। नवंबर महीने में एक दिन प्रेम श्रीवास ने फोन कर बिलासपुर बुलाया, बिलासपुर जाने के बाद प्रेम प्रेम श्रीवास ने कपिल त्रिपाठी से मिलवाया था। कपिल त्रिपाठी ने अपने घर परिवार का झगड़ा बताकर उसके भाई संजू त्रिपाठी की फोटो दिखाकर उसकी हत्या के लिए 8-10 लाख रुपये देने की बात कही। तब उसे सोच कर बताऊंगा कहकर युसूफ हुसैन वापस रायगढ़ आ गया। उसके कुछ दिन बाद प्रेम श्रीवास ने वापस फोन किया और कहने लगा कि 2 सामान (पिस्टल और राउंड) की बेहद जरूरत है दिलवा दो।
झारखंड से पिस्टल लेकर पहुंचा एजाज
उसके कहने पर वापस एजाज अंसारी से संपर्क किया, 2 दिसंबर को एजाज सामान लेकर अम्बिकापुर बस स्टैंड के पास मिला। तब प्रेम श्रीवास अपने एक साथी के साथ कार में रायगढ़ आया, रायगढ़ में उसके साथ अंबिकापुर गए। अंबिकापुर बस स्टैंड के पास एजाज अंसारी पहले से ही खड़ा था। एजाज अंसारी से 2 पिस्टल और 10 राउंड गोलियां प्रेम श्रीवास को 1,40,000 रुपए में बेच दिया। वहां से प्रेम श्रीवास और उसका साथी कार में बिलासपुर चले गए और रायगढ़ वाली बस में बैठकर युसूफ हुसैन रायगढ़ आ गया, एजाज अंसारी भी वापस झारखंड चला गया।
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