कोरबा में काला कारोबार, बेबस और लाचार हैं जिम्मेदार?

कोरबा में काला कारोबार, बेबस और लाचार हैं जिम्मेदार?
X
6 सालों से बंद पड़े कबाड़ के काम चालू होने के बाद जैसे माफियाओं की चांदी हो गई है। पढ़िए पूरी खबर-

कोरबा। कबाड़, डीजल और रेत माफियाओं के लिए कोरबा जिला इन दिनों किसी स्वर्ग से कम नही है। लगता है, खदानों से डीजल कबाड़ चोरी करने के लिए प्रशासन ने खुली छूट दे दी है। खुद की पीठ थपथपाने के लिए जरूर कुछ एक कार्रवाई कर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी जाती है, पर हकीकत में टेबल के नीचे से सारा सिस्टम ही माफियाओं के हिसाब से चल रहा है।

SECL की कुसमुंडा, दीपका खदान में देर रात दर्जनों की संख्या में हथियारबंद लुटेरेनुमा लोग प्रवेश कर कबाड़ डीजल पर हाथ साफ करते हैं, जिसकी जानकारी सभी जिम्मेदारों होती तो है, पर पैसों की चादर के सामने सभी बेबस नजर आते हैं और चोर बड़ी आसानी से डीजल, कबाड़ निकाल कर रात के अंधरे में ही दूसरे जिले में खपा देते हैं।

कोरबा जिले में अवैध धंधों पर प्रशासनिक मुहर सी लग चुकी है। यहां कोरबा से अधिक बिलासपुर के माफियाओं का डेरा कोरबा में लगा हुआ है। बिलासपुर के रिक्की सरदार कोरबा दीपका कुसमुंडा क्षेत्र में कबाड़ के काले कारोबार में लगा हुआ है, तो तो बिलासपुर का ही साजिद खान डीजल चोरी की वारदातों को बेखौफ होकर अंजाम दे रहा है।

6 सालों से बंद पड़े कबाड़ के काम चालू होने के बाद जैसे माफियाओं की चांदी हो गई है।

इस पूरे मामले के संबंध में जब पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा से बात की गई, तो उन्होंने कहा है कि अवैध कायों में लिप्त लोगों को बिल्कुल भी नही बख्सा जाएगा। जानकारी मिलने पर उचित कार्यवाही की जाएगी व SECL के अधिकारियों से भी इस संबंध में बात की जाएगी।

Tags

Next Story