राजकीय सम्मान के साथ शहीदों को अंतिम विदाई, आंखों में नमी के साथ नक्सली क्रुरता की घोर निंदा

कांकेर/कोंडागांव। शहीद सेवक सलाम का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके गृह ग्राम चावंड पहुँचा, तो हर आंख नम हो गई। पूरा गांव 'शहीद सेवक सलाम अमर रहे' के नारों से गूंज उठा। शहीद को अंतिम विदाई देने बड़ी संख्या में लोग उमड़े थे। शहीद सेवक सलाम दो भाइयो में बड़े थे। उनके छोटे भाई भी डीआरजी जगदलपुर में पदस्थ हैं।
मार्मिक दृश्य : मासूम बेटी ने दी मुखाग्नि
घर में माँ ,पत्नी और एक साल की मासूम बेटी है। एक साल की मासूम ने ही अपने चाचा की गोद से शहीद पिता को मुखाग्नि दी। शहीद सेवक की पत्नी बेसुध है और उसे इस बात का यकीन ही नही हो रहा है कि उसके पति अब कभी लौट कर नही आएंगे।
नेता बोले- नक्सलियों का कायर चेहरा उजागर हुआ
श्रद्धांजलि देने पहुँचे विधानसभा उपाध्यक्ष और विधायक भानुप्रतापपुर मनोज मंडावी ने कहा कि आज नक्सलियों का एक बार फिर कायर चेहरा सामने आया है। एक तरफ शांति वार्ता की बात और दूसरी तरफ जवानों पर हमला कर नक्सलियों ने अपना असल रूप दिखाया है। उन्होंने कहा कि अभी भी वक्त है कि हथियार छोड़कर नक्सलियों को मुख्यधारा में लौट आना चाहिए। चावंड गांव के सरपंच खम्मन सिंह कांगे ने कहा कि लगातार नक्सली हमले में बस्तर के जवान शहीद हो रहे हैं। सरकार को इस मामले को गम्भीरता से लेना चाहिए ताकि नक्सल समस्या का हल निकल सके और हमारे जवानों को यूं जान न गंवानी पड़े।
शादी के कार्ड छप चुके थे
अन्तागढ़ के शहीद जवान करण देहारी का भी उनके गृहग्राम पोटगांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद करण पुलिस विभाग में चालक के पद पर पदस्थ थे। करण की अगले माह 25 अप्रैल को शादी होने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही नक्सलियों की कायराना हरकत के कारण करण शहीद हो गए। शहीद करण के चाचा ने बताया कि करण 2009 से पुलिस विभाग में पदस्थ थे, अगले माह उनकी शादी होने वाली थी, शादी के कार्ड भी छप चुके थे। उन्होंने कहा कि उन्हें और पूरे गांव को इस बात पर गर्व है कि उनका बेटा देश सेवा में शहीद हुआ है।
शहीद पवन मंडावी को अंतिम विदाई देने पहुंचे कलेक्टर, एसपी, विधायक
जवान पवन मण्डवी के पार्थिव शरीर को कोंडागांव जिले के केशकाल ब्लॉक अंतर्गत स्थित गृहग्राम भर्रीपारा लाया गया। जहां पर जवान का अंतिम संस्कार उनके परिजनों एवं ग्राम वासियों के उपस्थिति में किया गया। इस दौरान शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए केशकाल विधायक संतराम नेताम, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित जन प्रतिनिधि वहां पहुंचे। इस दौरान शहीद जवान के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण उनके गृहग्राम भर्रीपारा में पहुंचे एवं नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी। साथ ही पुलिस दल द्वारा भी शहीद को सलामी देकर राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई।
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