महतारी एक्सप्रेस की एल वन कंपनी को अब तक वर्कआर्डर नहीं, ढाई साल से पुरानी कंपनी कर रही है काम

महतारी एक्सप्रेस की एल वन कंपनी को अब तक वर्कआर्डर नहीं, ढाई साल से पुरानी कंपनी कर रही है काम
X
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में चलने वाली महतारी एक्सप्रेस के लिए टेंडर के बाद एल वन कंपनी तय हुए डेढ़ माह होने के बाद भी एल वन कंपनी आरकेटीसी को अब तक वर्कआर्डर नहीं दिया गया है। ढाई साल से पुरानी कंपनी से काम चलाया जा रहा है।

रायपुर. स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में चलने वाली महतारी एक्सप्रेस के लिए टेंडर के बाद एल वन कंपनी तय हुए डेढ़ माह होने के बाद भी एल वन कंपनी आरकेटीसी को अब तक वर्कआर्डर नहीं दिया गया है। ढाई साल से पुरानी कंपनी से काम चलाया जा रहा है।

इस मामले में अधिकारियों का कहना है, जो कंपनी एल वन आई है, उसके खिलाफ दस्तावेजों की जांच में यह बात सामने आई की कंपनी ब्लैक लिस्टेड है। इसकी छानबीन हो रही है। इसी के साथ कंपनी ने जो एनटीपीसी का पत्र दिया है, उसका भी सत्यपान किया जा रहा है। इन कामों के बाद ही फैसला होगा। महतारी एक्सप्रेस का काम करने वाली कंपनी का टेंडर ढाई साल पहले समाप्त हो गया है। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंटर कर रहा है, पर टेंडर को किसी न किसी कारण से निरस्त कर दिया जाता है।

जानकारों का कहना है, चार टेंडर निरस्त करने के बाद पांचवें टेंडर से पहले चौथे टेंडर को पहला टेंडर बताकर टेंडर निरस्त किया गया। पांचवें टेंडर में पांच कंपनियों ने भागीदारी की। इसमें आरकेटीसी कंपनी को एल वन पाया गया। लेकिन इसके बाद भी कंपनी को अब तक वर्क आर्डर नहीं मिला है।

पुरानी कंपनी के पास खस्ता वाहन

जानकारों का कहना है इस समय जो पुरानी कंपनी काम कर रही है, उसके पास एक तो चार सौ वाहन नहीं हैं और जो वाहन हैं वो भी खस्ताहाल हैं। अगर नए टेंडर के मुताबिक नई कंपनी काम करने लगेगी तो प्रदेश को चार सौ नए वाहन मिल जाएंगे जो कोरोनाकाल में बहुत काम आ सकते हैं, लेकिन नई कंपनी को जांच के नाम से लटकाने का काम हो रहा है।

एनटीपीसी ने दी क्लीनचिट

जिस नई कंपनी को ब्लैक लिस्टेड बताया जा रहा है, उस कंपनी को जहां एक तरफ प्रदेश के विधि विभाग ने अपने अभिमत में सही बताया है, वहीं इस कंपनी के नाम से एनटीपीसी ने पत्र जारी करके कहा है, यह कंपनी राज्य शासन की किसी संस्था के टेंडर में भाग लेती है तो एनटीपीसी को कोई आपत्ति नहीं है।

जांच के बाद फैसला

एल वन कंपनी के मामले में छान-बीन चल रही है। कंपनी ने एनटीपीसी का जाे पत्र दिया है, उस पत्र की सत्यता का भी पता लगाया जा रहा है। पूरी जांच के बाद ही फैसला करके वर्कआर्डर दिया जाएगा।

-डॉ. एसके बिंझवार, नोडल अधिकारी 102, 108

Tags

Next Story