तहखाने में मिली महुआ शराब की फैक्ट्री, जमीन खोदकर निकाला माल

तहखाने में मिली महुआ शराब की फैक्ट्री, जमीन खोदकर निकाला माल
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कोरोना काल में शराब दुकानें बंद होने का जमकर फायदा गांव गांव में शराब बनाने और बेचने वालों ने उठाया। लेकिन, लॉकडाउन के खत्म होने के बावजूद महुआ शराब बनाए और बेचे जाने का कारोबार बदस्तूर जारी रहा। महासमुंद पुलिस ने जिले के सरायपाली थानांतर्गत ग्राम रिसेकेला में महुआ शराब बनाए जाने की पूरी फैक्ट्री का भांडाफोड़ किया है। पुलिस की छापामार कार्रवाई में तलघर से पुलिस ने 610 लीटर महुआ शराब के साथ 50 बोरी लाहन भी जब्त किया है।

महासमुंद. कोरोना काल में शराब दुकानें बंद होने का जमकर फायदा गांव गांव में शराब बनाने और बेचने वालों ने उठाया। लेकिन, लॉकडाउन के खत्म होने के बावजूद महुआ शराब बनाए और बेचे जाने का कारोबार बदस्तूर जारी रहा। महासमुंद पुलिस ने जिले के सरायपाली थानांतर्गत ग्राम रिसेकेला में महुआ शराब बनाए जाने की पूरी फैक्ट्री का भांडाफोड़ किया है। पुलिस की छापामार कार्रवाई में तलघर से पुलिस ने 610 लीटर महुआ शराब के साथ 50 बोरी लाहन भी जब्त किया है।

महुआ शराब जब्ती के मामले में इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है, जिसकी कीमत 1 लाख 22 हजार रुपए आंकी गई है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि सरायपाली के दूरस्थ ग्राम रिसेकेला में एक व्यक्ति द्वारा सुनियोजित तरीके से भारी मात्रा में अवैध शराब नर्मिाण कर सारंगढ़, बलौदा बाजार व सरायपाली क्षेत्र में खपाया जा रहा है। सूचना पर निरीक्षक वीणा यादव एवं टीम द्वारा बताए स्थान पर घेराबंदी की गई और शिवलाल डडसेना पिता मायाधर डड़सेना 44 वर्ष के घर में अलग-अलग जगह 04 भट्टी चढ़ाकर महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा था।

शुरू में कम मात्रा में शराब मिलने के कारण आरोपी बेझिझक थाना चलने को तैयार हो गया। पुलिस को संदेह हुआ कि उसके द्वारा शराब को आसपास कहीं छुपाकर रखा गया है। इसके बाद आरोपी के घर की गहन जांच की गई। जांच के दौरान जमीन के नीचे सुरंग होने जैसा आभास हुआ। फर्श पर सीमेंट का नया गिलाव चढ़ा हुआ था, जो पूरी तरह सूखा नहीं था। तत्काल फर्शी पत्थर को हटाकर देखने पर पुलिस टीम को शराब का जखीरा मिला। जिसमें आरोपी द्वारा तलघर एवं सुरंग में बकायदा शराब बनाने की फैक्ट्री बनाकर रखा था। जिसमें भारी मात्रा में अवैध शराब एवं महुआ लाहन भी पाया गया। कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में अति पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर साहू एवं एसडीओपी विकास पाटले के नर्दिेशन में सरायपाली निरीक्षक वीणा याद, उपनिरीक्षक अनिल पालेश्वर, सहायक उपनिरीक्षक मुरलीधर, प्रधान आरक्षक अशोक बाघ, रामकृष्ण साहू, महिला प्रधान आरक्षक हेमाद्री देवता, आरक्षक चंद्रमणी यादव, टीकाराम नायक, दिलीप पटेल, सतीश साहू, राकेश कुमार, योगेंद्र बंजारे, भूपेश कुमार प्रधान, खगेश ध्रुव का योगदान रहा।

थाना प्रभारी ने अपना ही रिकार्ड तोड़ा

आरोपी के कब्जे से मौके पर जमीन के अंदर छुपा कर रखे डिब्बा एवं जरकीन में कुल 610000 एमएल महुआ शराब पाया गया तथा पास(लहान) को मौके पर ही नष्ट किया गया। आरोपी के खिलाफ 34(2 ) आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इससे पहले कुछ माह पूर्व बसना थाने के अंतर्गत भी करीब 500 लीटर महुआ शराब पर कार्रवाई की गई थी। तब भी बसना थाना प्रभारी वीणा यादव रहीं और अब सरायपाली में इससे ज्यादा शराब पकड़कर उन्होंने अपने ही रिकार्ड को तोड़ा है।

फर्श हटाकर देखा तो मिला जखीरा

आरोपी के घर की गहन जांच की गई। जांच के दौरान जमीन के नीचे सुरंग होने जैसा आभास हुआ। फर्श पर सीमेंट का नया गिलाव चढ़ा हुआ था, जो पूरी तरह सूखा नहीं था। तत्काल फर्श पत्थर को हटाकर देखने पर पुलिस टीम को शराब का जखीरा मिला। तलघर एवं सुरंग में आरोपी द्वारा बकायदा शराब बनाने की फैक्ट्री बनाकर रखी गई थी।

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