नकली कीटनाशकों का बाजार गुलजार, कालाबाजारी रोकने विभागीय अमले ने मारा छापा

नकली कीटनाशकों का बाजार गुलजार, कालाबाजारी रोकने विभागीय अमले ने मारा छापा
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धरसींवा के किसानों ने कहा कीटनाशक दवाओं का कीड़ो पर कोई असर नहीं, दुकान संचालकों के पास दवाई खरीदने वाले किसानों की लिस्ट नहीं। पढ़िए पूरी खबर-

धरसींवा। कृषि कार्यो में फसल के ऊपर कीटो के प्रकोप से बचाने के लिए होने वाली कीटनाशक दवाओं की कालाबाजारी होने की आशंका के चलते रायपुर कलेक्टर डॉ. एस भारती दासन के निर्देश पर विभाग ने एक्शन लिया। धरसींवा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पंडरभट्ठा के विराट कृषि केंद्र, चरौदा के साहू व नगर पंचायत कुंरा के सर्वज्ञ कृषि केंद्र में दबिश देकर दस्तावेज सहित दवाओं का सैंपल लिया है, जिससे पूरे क्षेत्र के किसानों के बीच अपनी फसल को लेकर चिंता का माहौल है।

कृषि कृषि केंद्रों के संचालकों ने सभी आरोपों को बबुनियाद बताते हुए कहा कि- हमारे दुकान में हम एक्सपायरी हुई दवाई नहीं बेचते। वही हम सभी दवाइयों को रायपुर के डीलर से खरीदते है, जिससे हमें यह पता नहीं की दवाई असली है या नकली।

वहीं गांव खैरखूट के वरिष्ठ किसान शिव कुमार हनुमंता ने कहा कि- 'वह 25 एकड़ में खेती कर रहे हैं पर भूरा माहू सहित कई प्रकार के कीट फसल को बर्बाद कर रहे हैं, जिसके लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया गया पर दवा पूरी तरह बेअसर है, जिससे यह साबित होता है कि नकली कीटनाशक दवाओं का कालाबाजार फल फूल रहा है।

इस पूरे मामले को लेकर कृषि केंद्र ने नकली कारोबार को लेकर पल्ला झाड़ लिया है, जबकि कलेक्टर के आदेश पर पहुंचे प्रशासन की टीम को नकली किट नाशक दवाओं होने की आशंका के चलते सभी दवाओं के सैंपल लिए हैं वही किसी भी केंद्रों में दवा खरीदने वाले किसानों का नाम व पता का डेटा मौजूद नहीं है।

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