गर्म कड़ाही में गिरने से नाबालिग घायल: अवैध रूप से संचालित गुड़ फैक्ट्री में कर रहा था काम, संचालक के डर से परिजनों ने नहीं कराया अपराध दर्ज

आशीष कुमार गुप्ता-बतौली। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली में अवैध रूप से संचालित गुण फैक्ट्री में काम करने वाला नाबालिग लड़का गन्ने के रस से भरे हुए गर्म कड़ाही में गिर गया। इससे वह गंभीर रूप से घयल हो गया। फिलहाल उसका इलाज अंबिकापुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में जारी है।

मिली जानकारी के अनुसार, अवैध रूप से संचालित गुण फैक्ट्री में नाबालिग रोहित, पिता रामप्यारे, उम्र 15 वर्ष गुण फैक्ट्री में काम कर रहा था। काम के दौरान बालक गन्ने के रस से भरे हुए गर्म कड़ाही में गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद संचालक ने घायल बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतौली न ले जाकर प्राइवेट गाड़ी से अंबिकापुर के प्राइवेट गायत्री अस्पताल में भर्ती कराया। संचालक ने नाबालिग के परिजनों को भी धमकाया और किसी से कुछ भी कहने को मना किया है। उसने स्वयं इलाज का पूरा खर्च वहन करने की बात भी परिजनों से कही है। इस वजह से परिजनों ने थाने में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई है। परिजनों ने बताया कि, गर्म कड़ाही में गिरने से रोहित का पिछला हिस्सा पूरी तरह झुलस गया है, फिलहाल बच्चे की स्थिति में सुधार है।
प्रशासन की बड़ी लापरवाही
गौरतलब है कि, सरगुजा जिले के बतौली क्षेत्र में अवैध गुण फैक्ट्री का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है जहां प्रशासन की लापरवाही से गुड़ संचालक अवैध फैक्ट्री के साथ नाबालिगों से काम करवा रहे हैं। कार्रवाई नहीं होने की वजह से गुड़ संचालकों का हौसला बुलंद है। वे अपने पहुंच के दम पर अवैध रूप से गुण फैक्ट्री का संचालन कर रहे हैं।
बिलासपुर में संचालित अवैध गुण फैक्ट्री विवादित, नहीं होती कार्रवाई
जबकि बिलासपुर में संचालित अवैध गुण फैक्ट्री शुरू से ही विवादों के घेरे में हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी गुड़ संचालक के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाती। इससे उसके हौसले बुलंद हैं और लगातार नाबालिगों से काम करवाया जा रहा है। गुण फैक्ट्री संचालक के दबदबे से ही बिलासपुर क्षेत्र की नाबालिक लड़कियां लगातार गुमशुदा हो रही हैं। इसके विरोध में महिला संगठन शकुंतला वेलफेयर फाउंडेशन की सैकड़ों महिलाओं ने थाने में आवेदन देकर अपना आक्रोश भी जताया, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्राइवेट अस्पताल में पत्रकारों को घायल बच्चे का फोटो नहीं लेने दिया गया
नाबालिक के घायल होने की जानकारी होने पर पत्रकार प्राइवेट अस्पताल पहुंचे। जहां उन्हें बच्चे का फोटो नहीं लेने दिया गया। गुड़ संचालक के दबाव में भर्ती नाबालिग बच्चे का फोटो और परिजनों से कोई जानकारी लेने से साफ मना कर दिया गया। पैसों के दम पर प्राइवेट अस्पताल ने अपनी सुरक्षा का हवाला देकर फोटो लेने की पाबंदी लगा रखी है।
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