साढ़े सात लाख रुपयों की हेराफेरी : एक ही गांव के दो पंचायत सचिवों ने की लाखों की हेराफेरी, दोनों किए गए सस्पेंड

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आर्थिक अनियमितता बरतने वाले दो पंचायत सचिवों को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि, दोनों सचिव अलग-अलग समय में एक ही पंचायत में पदस्थ रहे। इस दौरान दोनों ने लगभग साढ़े सात लाख रुपए की हेराफेरी की। उनका तबादला और जांच रिपोर्ट मिलने के बाद यह कारनामा सामने आया है। इस पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। मामला कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत लिटिया का है।
दरअसल जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत कुंवारीमुड़ा में पदस्थ सचिव केशव यादव और नवागांव सल्का के पंचायत सचिव पोलोदास कुर्रे के खिलाफ विभागीय जांच में आर्थिक अनियमितता पाई गई है। दोनों ही सचिव अलग-अलग समय में ग्राम पंचायत लिटिया में पदस्थ थे। दोनों ने पंचायत में पदस्थापना के दौरान, शासकीय रिकार्ड में कूटरचना कर सचिव केशव यादव ने 4 लाख 9 हजार 245 और पोलादास कुर्रे ने 3 लाख 35 हजार 718 रुपए की हेराफेरी की थी।
दोनों ही सचिवों पर लगे आरोप सही पाए गए
दोनों सचिवों के खिलाफ आर्थिक अनियमितता का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत CEO जयश्री जैन से शिकायत की गई थी। बताया गया था कि उन्होंने दस्तावेजों में हेराफेरी कर राशि हड़प ली है। इसकी पंचायत CEO ने जांच कराई तो दोनों ही सचिवों पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। जांच की रिपोर्ट के आधार पर दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है।
निलंबन के आदेश जारी
दोनों पंचायत सचिव अभी भी कोटा ब्लॉक में पदस्थ हैं। केशव यादव कुंवारीमुड़ा में कार्यरत हैं। वहीं, पोलोदास कुर्रे छेरकाबांधा में काम कर रहे हैं। अब निलंबन आदेश जारी होने के साथ ही उन्हें जनपद पंचायत कार्यालय में अटैच किया गया है। उनकी जगह में दोनों पंचायतों में अलग-अलग सचिव के अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
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