विधानसभा का मानसून सत्र : मंत्री सिंहदेव नहीं पहुंचे, उनके विभाग का जवाब देने लगे अकबर- भाजपाइयों ने पूछा- इस्तीफा मंजूर हो गया क्या ?

रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में विपक्ष ने मंत्री टीएस सिंहदेव की अनुपस्थिति को लेकर सरकार को घेराते हुए, सिंहदेव के विभाग से संबंधित प्रश्न पर मंत्री मोहम्मद अकबर के जवाब देने से भाजपा सरकार भड़क गई। इसके बाद बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि, मंत्री टीएस सिंहदेव का इस्तीफा स्वीकार हो गया है, क्या जो दूसरे मंत्री जवाब दे रहे है? उन्हें किसने अधिकृत किया? इस पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि, इस संबंध में हमने कल जानकारी दे दी है। इसके बाद बीजेपी विधायकों ने सदन में शोर-शराबा शुरू कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने पत्र में कहीं भी त्यागपत्र नहीं लिखा है। इस पर बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि खुद को पंचायत विभाग से पृथक कर रहा हूं लिखा है।
बेलतरा से बीजेपी विधायक रजनीश कुमार सिंह ने 2019 से 2022 तक सीजीएमएससी ने खरीदी गई दवाई पर जानकारी मांगी। उन्होंने पूछा कि खरीदी के लिए आमंत्रित निविदाओं में डीपीसीओ (DPCO) या एनपीपीए (NPPA) से अधिक दर नहीं भरने के संबंध में संबंधित निविदा में शर्ते थी। क्या इन शर्तों का उल्लंघन किया गया है?? किस प्रकार से कार्रवाई की गई है ?
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अनुपस्थिति में विधायक के प्रश्न का जवाब देने के लिए मंत्री मोहम्मद अकबर खड़े हुए। उन्होंने बताया कि निर्धारित शर्त में एफिडेविट देना जरूरी था। एक फर्म ने अपने दर में संशोधन किया है, लेकिन उनसे जिस दर पर अनुबंध हुआ था, उसी दर पर में भुगतान किया गया है। संबंधित कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
वहीं रजनीश सिंह ने पूछा- यदि कंपनियों की ओर से बार-बार वही गलती की जाती है तो ब्लैक लिस्टेड करने की प्रक्रिया है तो इन पर कार्रवाई क्यों नहीं इस पर मंत्री मोहम्मद अकबर ने जवाब में कहा- विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। ताकि फिर आगे ऐसा न हो सके।
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