कोविड प्रोटोकॅाल के साये में होगा विधानसभा का मानसून सत्र

कोविड प्रोटोकॅाल के साये में होगा विधानसभा का मानसून सत्र
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छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र अगले महीने 26 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। खास बात ये है कि पांच बैठकों वाले इस सत्र के दौरान भी विधानसभा सदस्यों को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना होगा। इधर विधानसभा में मानसून सत्र के लिए सदस्यों के प्रश्न लेने का काम भी शुरू हो गया है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र अगले महीने 26 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। खास बात ये है कि पांच बैठकों वाले इस सत्र के दौरान भी विधानसभा सदस्यों को कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना होगा। इधर विधानसभा में मानसून सत्र के लिए सदस्यों के प्रश्न लेने का काम भी शुरू हो गया है।

राज्य में पिछले साल मार्च 2020 में कोरोना की पहली लहर आने के बाद से लेकर अब दूसरी लहर आने और उसके क्षीण होने के बाद भी महामारी का खतरा बना हुआ है। इस बीच 26 जुलाई से प्रारंभ होने वाले मानसून सत्र के दौरान भी पूरी सावधानी रखी जाएगी। बताया गया है कि विधानसभा के सदस्य जब सदन में पहुंचेंगे तभी सबसे पहले उनके शरीर के तापमान की जांच की जाएगी। इसके बाद ऑक्सीमीटर के माध्यम से ऑक्सीजन लेवल भी देखा जाएगा। अगर कोई सदस्य कोरोना टेस्ट कराना चाहे तो उनके लिए एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था रखी गई है।

सदस्यों को भी रखनी होगी सावधानी

सत्र के दौरान सदस्यों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए विधानसभा सचिवालय द्वारा जो प्रबंध किए गए हैं उसके अतिरिक्त विधानसभा सदस्यों को भी सावधानी रखनी होगी। बताया गया है कि सदस्यों के लिए हैंड सेनेटाइजर रखा जाएगा। सदस्य खुद भी मास्क का उपयोग करेंगे। सदन के भीतर सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए पहले ही विधानसभा सदस्यों के बीच पारदर्शी कांच लगाए जा चुके हैं। यह व्यवस्था आने वाले सत्र के दौरान बनी रहेगी।

सत्र के लिए सवाल लगने शुरू

मानसून सत्र के लिए विधानसभा सदस्यों द्वारा प्रश्न लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बताया गया है कि 26 जून से सवाल लगने शुरू हुए हैं। पहले दिन छह तारांकित प्रश्न तथा पांच अतारांकित प्रश्न लगाए हैं। बताया गया है कि सत्र प्रारंभ होने के करीब पांच दिन पहले तक प्रश्न लगाए जा सकेंगे। ऐसा अनुमान है कि इस सत्र के दौरान करीब एक हजार प्रश्न लगाए जा सकते हैं।

घेरेगा विपक्ष, हाेगा हंगामा

जानकार सूत्रों का कहना है कि विधानसभा का ये सत्र भले ही पांच बैठकों वाला है लेकिन इस दौरान विपक्ष के सदस्य अपने सवालों के माध्यम से सरकार पर हमले तेज कर सकते हैं। दरअसल यह सत्र शुरू होने से पहले ही सरकार के कार्यकाल के ढाई साल पूरे हो चुके हैं। विपक्ष सरकार के कामकाज और अब तक उपलब्धियों को लेकर सवाल खड़े करने की कोशिश करेगा ये तय है। दूसरी ओर सरकार भी अपने अब तक के कार्यकाल और उपलब्धियों को जनता के सामने लाने की कोशिश करेगी।


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