अविश्वास प्रस्ताव पेश : विपक्ष के प्रस्ताव को अध्यक्ष ने स्वीकारा, किस दिन होगी चर्चा... पढ़िए

अविश्वास प्रस्ताव पेश : विपक्ष के प्रस्ताव को अध्यक्ष ने स्वीकारा, किस दिन होगी चर्चा... पढ़िए
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विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने विपक्ष के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए चर्चा के लिए दो दिन का समय निर्धारित किया है। 22 जुलाई को दोपहर 12 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। 22 और 23 जुलाई दो दिनों तक चर्चा होगी। पढ़िए पूरी खबर...

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने विपक्ष के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए चर्चा के लिए दो दिन का समय निर्धारित किया है। 22 जुलाई को दोपहर 12 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। 22 और 23 जुलाई दो दिनों तक चर्चा होगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले, अरपा नदी में डूबकर तीन बच्चियों की मौत के मामले को आज लेकर विधायक धर्मजीत सिंह ने आज सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, बीस फीट की गहराई में बच्चियों की डूबने से मौत हो गई। कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, रेत तस्करों को संरक्षण देने वाले लोग सदन में मौजूद हैं। श्री सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, रेत माफियाओं को सत्तारूढ़ दल का संरक्षण मिल रहा है। नदी में डूबकर मरने वाली बच्चियों को सरकार मुआवजा दे और जल्द से जल्द रेत तस्करों को जेल भेजने की तैयारी करे।

अरपा में डूब गई तीन बहने

उल्लेखनीय है कि, 17 जुलाई को बिलासपुर में स्थित अरपा नदी में डूबने से दो सगी बहनों और एक चचेरी बहन की मौत हो गई थी। तीनों नहाने के लिए अरपा नदी में पहुंची थीं। लेकिन नहाते-नहाते तीनों का पैर फिसल गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

बच्चियों की मौत का जिम्मेदार कौन ?

रेत के अवैध उत्खनन के कारण नदी में गड्ढा हो गया था। विपक्ष लगातार रेत के अवैध उत्खनन को ही मौत का जिम्मेदार बता रहा है। विपक्ष का साफ तौर पर कहना है कि, जो रेत माफिया को संरक्षण दे रही है, वो राज्य सरकार ही है, इसी वजह से रेत माफिया बेखौफ होकर घूम रहे हैं।

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