शौच का डिब्बा लेकर महिलाएं कलेक्टर से मिलने पहुंची, MP की यह घटना अब सुर्खियों में

शौच का डिब्बा लेकर महिलाएं कलेक्टर से मिलने पहुंची, MP की यह घटना अब सुर्खियों में
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इन ग्रामीण महिलाओं ने आज राज्य सरकार को अनजाने ही सही लेकिन एक तरह से जता दिया है कि भोपाल को देश का खूबसूरत शहर बना लेना और इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल ले आना भर मध्यप्रदेश सरकार की उपलब्धि नहीं है। खरगोन जिले का दसनावल समेत सैकड़ों गाँव और भी हैं, जो इसी मध्यप्रदेश का हिस्सा हैं। सरकार की जितनी जिम्मेदारी भोपाल और इंदौर के सुंदरता की है, उतनी ही इन सुदूर गावों की स्वच्छता की भी है। पढ़िए पूरी खबर-

खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन में जन सुनवाई के दौरान अनोखा मामला सामने आया। नए साल पर कलेक्टर की पहली जनसुनवाई में शुष्क शौचालय ना बनने से त्रस्त महिलाएं शौच के डिब्बे लेकर जनसुनवाई में पहुंची और शौचालय बनाने की मांग की। डिफ्टी कलेक्टर ने जनसुवाई कक्ष के बाहर आकर उनकी समस्याएं सुनीं और उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।

जनसुनवाई तो आपने बहुत सी सुनी और देखी होगी, लेकिन नए साल में यह पहला मामला आया जब बड़ी संख्या में महिलाएं जनसुनवाई में शौच का डिब्बा लेकर आईं हो। जनसुनवाई के दौरान गोगावां तहसील की ग्राम पंचायत दसनावल की महिलाएं शौच का डिब्बा लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। महिलाओं ने शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिलने और गांव की समस्याओं को लेकर अपनी बात रखी। गांव में शौचालय ना होने के चलते गुस्साई महिलाएं शौच के खाली डब्बे लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गई और अपनी सुनवाई की प्रतीक्षा करती रहीं। महिलाएं रैली के रूप में जनसुनवाई में पहुंची थी। महिलाओं का रोष देखते ही बन रहा था। परेशान महिलाओं ने कहा बार-बार समस्या बताई जब सुनवाई नहीं हो रही है तो शौच के डिब्बे लेकर आना पड़ा। मंगलवार को विवेकानंद सभागृह क्लेक्टोरेट में जनसुनवाई प्रारम्भ होते ही जिले भर से लोग अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर उपस्थित हुए। नवागत कलेक्टर अनुग्रह पी ने समस्याओं को सुना। उनके आवेदन लिए और सम्बन्धित विभाग को निराकरण के आदेश दिए। जनसुनवाई के दौरान सभी विभागों के जिम्मेदार अधिकारी मौजूद रहे।

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