चखना दुकानों को लेकर नगर निगम सख्त, फाइन करने का प्रस्ताव पारित

बिलासपुर। आबकारी विभाग के सरकारी शराब भट्टियों में लगे चखना दुकानों को लेकर नगर निगम बिलासपुर ने अस्वच्छता और अव्यवस्था को लेकर सख्ती दिखाई है। शराब दुकानों के सामने शराब की बिखरी खाली बोतले और चखना दुकाने के आगे कचरों का ढेर होने से नगर निगम बिलासपुर देश की स्वच्छता रैंकिंग में गिरते जा रहा है। लिहाजा नगर निगम ने कड़ाई बरतने के लिए बकायदा मेयर इन काउंसिल (MIC) की बैठक प्रस्ताव पारित करते हुए सभी नगर निगम ज़ोन कमिश्नरों को कड़ी चेतावनी दी है।
इस संबंध में नगर निगम महापौर रामशरण यादव ने कहा कि ये बिलासपुर के लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है कि स्थानीय लोग अपने शहर को स्वच्छता की टॉप रैंकिंग में लाने के लिए नगर निगम और स्वच्छता टीम समेत कचरा गाड़ी में कचरा डालकर भरपूर सहयोग कर रहें है और खुले में कचरा भी नहीं फेंक रहें है। इसी तरह शहरवासियों के अब तक के किये गए सहयोग का ही नतीजा है कि बिलासपुर शहर स्वच्छता की देश में टॉप 10 रैंकिंग की श्रेणी में आ चुका है, लेकिन इन दिनों देखा जा रहा है कि बिलासपुर नगर निगम व जिले भर के चखना दुकानों का कचरे से बुरा हाल है और आए दिन बेतरतीब गंदगियाँ पसरी हुई है।
वहीं नगर निगम कर्मी तथा सफाईकर्मी साफ़-सुथरा कर कचरा उठाकर जैसे ही आता है। उसके ठीक बाद कचरा फैलाने की मानों चखना दुकानों में परम्परा सी हो गई है। लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए एवं बिलासपुर नगर निगम को स्वच्छता की रैंकिंग में टॉप लाने के लिए MIC की बैठक में महापौर रामशरण यादव ने सभी विभागों के चेयरमैन व अधिकारियों की मौजूदगी में सख्ती बरतने और फाइन करने की कार्यवाही का प्रस्ताव पारित किया है। बहरहाल अब देखना होगा कि आबकारी विभाग के अधिकारी इन चखना दुकान संचालकों पर कितना नकेल कस पायेंगे या नगर की चालानी कार्यवाही भारी साबित होती है।
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