हत्या या हादसा : लहुलुहान हालत में पाए गए पूर्व सैनिक की मौत, अब तक नहीं मिला बाइक, हेलमेट और बैग

उमेश यादव/कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पूर्व सैनिक सूरज गुप्ता की मौत का मामला सवालों के घेरे में आ गया है। परिजनों के साथ ही अन्य पूर्व सैनिकों ने उनके साथ किसी तरह की अनहोनी होने की बात कह रहे हैं। दरअसल 26 जुलाई को सूरज गुप्ता लहुलुहान अवस्था में ग्राम कुरुडीह के पास पाए गए थे। उनकी मौत रायपुर के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। पूर्व सैनिक की मौत को लेकर परिजन और पूर्व सैनिक सशंकित है। उन्होंने पुलिस और जिला प्रशासन से मामले की निष्पक्षता से जांच करने की मांग की है।
हत्या या हादसा संदेह
लाख कोशिशों के बाद भी कोरबा शहर के कोसाबाड़ी निवासी पूर्व सैनिक सूरज गुप्ता की जान नहीं बच सकी। रायपुर के एक निजी अस्पातल में सूरज गुप्ता ने अंतिम सांस ली। पूर्व सैनिक की मौत को लेकर परिजनों के साथ ही अन्य पूर्व सैनिकों ने संदेह जताया है। उनका कहना है कि 26 जुलाई की रात करीब 12 बजे वे ग्राम कुरुडीह के पास लहुलुहान हालत में पाए गए थे। कहा जा रहा है कि अज्ञात वाहन की ठोकर से वे घायल हुए हैं, लेकिन मौके पर जो तथ्य पाए गए है, उससे लग रहा है कि सूरज गुप्ता के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई है।
घटना स्थल पर डेढ़ साल पहले भी एक पूर्व सैनिक के साथ हुई थी मारपीट-लूटपाट
परिजनों का कहना है कि मृतक की बाइक, हेलमेट और बैग अब भी अप्राप्त है। जिस स्थान पर घटनाक्रम हुआ है, वहां डेढ़ साल पहले भी एक पूर्व सैनिक के साथ मारपीट करने के साथ ही लूटपाट की गई थी। इस आधार पर सूरज गुप्ता के साथ भी यही घटनाक्रम दोहराने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
सेना से रिटायर होने के बाद सुरक्षाकर्मी के रूप में थे कार्यरत
सेना से रिटायर होने के बाद सूरज गुप्ता भैषमाहत्या या हादसा : लहुलुहान हालत में पाए गए पूर्व सैनिक की मौत, अब तक नहीं मिला बाइक, हेलमेट और बैगस्थित पॉवर ग्रीड में सुरक्षाकर्मी के रूप में कार्यरत थे। 26 जुलाई को आहत होने के बाद पहले उन्हें जिला अस्पताल, फिर आपोला अस्पताल बिलासपुर, फिर अंत में रायपुर के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया। सूरज गुप्ता के ऐसे अंत से सहकर्मी और परिजन गमगीन है। पूरे सम्मान के साथ पूर्व सैनिक सेवा संस्थान ने जिला अस्पताल से उनकी शव यात्रा निकाली। इस दौरान रथ को फूलों से सजाया गया था। बहरहाल परिजनों ने जो आरोप लगाया है उसमें कितनी सच्चाई है इसका खुलासा तो पुलिस की जांच के बाद ही पता चलेगा।

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