नारी निकेतन या प्रताड़ना घर : महिलाओं ने भेजा वीडियो... अधीक्षिका पर लगाए गंभीर आरोप, प्यून दिख रही पैर दबवाती..

पंकज भदौरिया- दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में अनाथ, अविवाहित, विधवा, प्रताड़ित और बेसहारा महिलाओं को आश्रय देने के लिए चलने वाली नारी निकेतन प्रताड़ना सेंटर में तब्दील हो गया है। संस्था का प्रभार संभाल रही अधीक्षिका और प्यून की प्रताड़ना का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में प्यून एक अशक्त महिला से महारानी स्टाइल में अपने पैरों को दबवाती नजऱ आ रही है। साथ ही वह नारी निकेतन में शरण लेने वाली मजबूर महिलाओं को डरा-धमका रही है। वीडियो में वह महिलाओं की मजबूरी का फायदा उठाते हुए साफ तौर पर देखी जा रही है।
आरोप : घर का काम करवाती हैं अधीक्षिका
उल्लेखनीय है कि नारी निकेतन दंतेवाड़ा में इस समय 12 निराश्रित महिलाओं निवासरत हैं। मगर नारी निकेतन की प्रभारी अधीक्षिका लगातार नारी निकेतन में रुकी महिलाओं से अपने घर के बर्तन, झाड़ू, पोंछा करवाती हैं और उनसे नौकरों जैसा काम करवाती हैं। स्वयं पीड़िताओ ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी है।
बचेली में भी लगा था आरोप
वर्तमान अधीक्षिका कल्पना रथ पर पिछले वर्ष बचेली परियोजना में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने जबरन पैसे वसूली का आरोप लगा चुकी हैं। जिसके बाद ही उन्हें नारी निकेतन दंतेवाड़ा में प्रभारी अधीक्षिका बनाया गया है। दरअसल नारी निकेतन दंतेवाड़ा में कांकेर की एक बेसहारा महिला ने वीडियो के माध्यम से बताया है कि नारी निकेतन की अधीक्षिका सही ढंग से भोजन नहीं देती हैं। उनके साथ मारपीट करती हैं, पैर से मारती हैं, गला दबा देती हैं, उल्टा टांगकर मारूंगी बोलती हैं। ऐसे में सरकार का नारी निकेतन खोलकर बेसहारा और समाज में पीड़ित महिलाओं और बच्चियों को सहारा देने के सारे सारा प्रयास धराशायी हाते जान पड़ते हैं।
क्या है नारी निकेतन का उद्देश्य
नारी निकेतन का उद्देश्य अनाथ, अविवाहित, विधवा, प्रताड़ित व बेसहारा महिलाओं जिनके पास घर नहीं है उन्हें एक छत उपलब्ध कराना है। ऐसी सभी लड़कियां या महिलाएं जिनकी उम्र 16 वर्ष से अधिक है, उनको सामाजिक व शैक्षणिक संरक्षण प्रदान करना। साथ ही वह युवतियां जो शादी करने की इच्छुक हैं, उनके विवाह की व्यवस्था करना। इन सबमें से एक भी जिम्मेदारी दंतेवाड़ा का नारी निकेतन निभाता नहीं दिख रहा है।
जांच चल रही है...
नारी निकेतन की शिकायत आई है। अधीक्षिका द्वारा काम करवाने की शिकायत दंतेवाड़ा कलेक्टर से पहले भी हुई है। मामले की जांच चल रही है।
वरुण नागेश, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ICDS दंतेवाड़ा
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