नेशनल हाईवे ने कुम्हारी टोल नाके का फिर से दिया ठेका

नेशनल हाईवे ने कुम्हारी टोल नाके का फिर से दिया ठेका
X
हरिभूमि रायपुर समाचार: नेशनल हाईवे ने कुम्हारी टोल नाके का फिर से ठेका दे दिया। महाराष्ट्र की ग्लाेबल कंपनी ने इसी माह से नाके का मोर्चा संभाल लिया। मामूली शुल्क दे रहे वाहनों को कंपनी ने अचानक झटका दिया और रेट भी बढ़ा दिया।

हरिभूमि रायपुर समाचार: नेशनल हाईवे ने कुम्हारी टोल नाके का फिर से ठेका दे दिया। महाराष्ट्र की ग्लाेबल कंपनी ने इसी माह से नाके का मोर्चा संभाल लिया। मामूली शुल्क दे रहे वाहनों को कंपनी ने अचानक झटका दिया और रेट भी बढ़ा दिया। दरअसल, इस टोल को अवैध ही माना जाता रहा है। फोरलेन सड़क निर्माण की लागत वसूलने के बाद कायदे से शुल्क लेना बंद कर देना था, लेकिन यहां सतत लूटपाट जारी है, जिसका समय समय पर विरोध भी होता रहा है। ताज्जुब यह है कि जिम्मेदार लोगों को भी नहीं मालूम कि लागत निकलने के बाद भी यहां वसूली क्यों हो रही है? रोजाना हजारों वाहन चालकों की जेब काट रहे इस टोल का नया शुल्क एक साल के लिए जारी किया गया है।

राज्य के प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों में मुंबई- हावड़ा को जोड़ने रायपुर से दुर्ग, राजनांदगांव राजमार्ग है। रायपुर से दुर्ग के बीच टू लेन सड़क को वर्ष 2006 में फोर लेन में तब्दील किया गया। तब से लेकर अब तक इस राष्ट्रीय राजमार्ग के कुम्हारी में टोल टैक्स की वसूली की जा रही है।

गौरतलब है रायपुर-दुर्ग में फोर लेन का निर्माण एनएचएआई द्वारा किया गया है। फोर लेन के निर्माण होने के बाद डीएस कंस्ट्रकशन कंपनी को टोल वसूली का ठेका मिला। डीएस कंस्ट्रक्शन कंपनी एक दशक से ज्यादा समय तक टोल वसूली का काम करती रही। डीएस कंस्ट्रक्शन के बाद दो साल से ज्यादा समय तक एनएचएआई के लोक निर्माण विभाग ने सड़कों की रख रखाव के नाम पर टोल वसूली की। इसके बाद एक अन्य निजी कंपनी को टोल ठेका दिया गया। दूसरी कंपनी के आने के बाद टोल टैक्स में बढ़ोतरी की गई।

आठ अप्रैल से टोल ठेका नई कंपनी संभाल रही

आठ अप्रैल से महाराष्ट्र की सहकार ग्लोबल कंपनी को टोल का नया ठेका मिला है। कंपनी ने काम संभाल लिया है और नया शुल्क लेना शुरू कर दिया है। एनएचएआई के अफसरों के मुताबिक टोल वसूली से प्राप्त राशि से सड़कों की रख-रखाव के साथ मरम्मत का कार्य किया जाता है। अफसरों के दावों के विपरित रायपुर से दुर्ग मार्ग की सड़कें जर्जर हो चुकी है। सड़कें कई जगह से उखड़ गई है। वर्तमान में रायपुर से दुर्ग के बीच फ्लाईओवर के निर्माण कार्य जारी होने की वजह से सड़कें धूल से अटा पड़ा है। सर्विस रोड की हालत और बुरी है। सड़कों में पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा। इसके साथ ही वाहन चालकों के लिए रास्ते में मूलभुत सविधाएं तक उपलब्ध नहीं है।

टोल टैक्स से लोगों को नहीं मिलेगी राहत

रायपुर से दुर्ग मार्ग पर चलने वाले लोगों को आने वाले समय में भी टोल टैक्स से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। इसकी वजह रायपुर टाटीबंध में बन रहे फ्लाईओवर के अलावा रायपुर से दुर्ग के बीच बनने वाली ओवरब्रिज तथा फ्लाईओवर निर्माण की लागत राशी वसूलने टोल टैक्स वसूलेगी।

टोल की दरें इस प्रकार से है

वाहन आना वापसी मासिक

कार/जीप/वैन -15 - 20 - 485

एलसीवी -20 - 30 - 730

3 एक्सएल -45 - 65 - 1460

4-6 एक्सएल -100 - 135 - 3410

एचसीएम ईएमई -100 - 155 - 3410

7 या अधिक एक्सएल -100- 155 - 3410

टोल ठेका केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के माध्यम से होता है। जिनकी बोली ज्यादा थी, उन्हें इस बार टोल ठेका दिया गया है। टोल वसूली केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार होता है। इस संबंध में एनएचएआई कुछ नहीं कर सकती। नया ठेका हुआ हैटोल का काम नई ठेका कंपनी महाराष्ट्र की है। 8 अप्रैल से कार्यभार संभाल लिया है। वाहनों के शुल्को में बढोत्तरी की गई है। सभी कार्य नियम से किया जाता है। दिलीप सिंह मैनेजर टोल प्लाजा कुम्हारी

Tags

Next Story